
बरहरवा। शनिवार को साहेबगंज शहर समेत आसपास के क्षेत्रों में ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व हर्षोल्लास और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया गया। अहले सुबह से ही लोग पारंपरिक परिधान में इदगाह और मस्जिदों में विशेष नमाज अदा करने पहुंचे।
इदगाह में अदा की गई विशेष नमाज
सिदो-कान्हू स्थित इदगाह में एलसी रोड की जामा मस्जिद के पेशइमाम हाफिज अंजर हुसैन कासमी ने विशेष नमाज अदा कराई। नमाज से पूर्व उन्होंने तकरीर के माध्यम से कुर्बानी के महत्व और इस्लामिक परंपरा पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कुर्बानी, हजरत इब्राहीम अलेहिस्सलाम और उनके पुत्र इस्माइल अलेहिस्सलाम की याद में दी जाती है, और यह अल्लाह के हुक्म की तामील है।
शहर की विभिन्न मस्जिदों में अदा हुई नमाज
हबीबपुर मस्जिद, कुलीपाड़ा मस्जिद, एलसी रोड की जामा मस्जिद, छोटी मस्जिद, इक़रा कॉलोनी मस्जिद, मजहरटोला और बिचलाटोला मस्जिदों में भी ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई। नमाज के बाद मुल्क में अमन-चैन और भाईचारे के लिए दुआ मांगी गई।
कुर्बानी के दौरान सौहार्द का संदेश
नमाज के बाद लोगों ने अपने-अपने घरों में बकरे की कुर्बानी दी। पेशइमाम ने अपील की कि कुर्बानी के दौरान सफाई और सौहार्द का विशेष ध्यान रखें ताकि किसी को कोई असुविधा न हो।
सुरक्षा के रहे कड़े प्रबंध
एसपी के निर्देश पर सुरक्षा के मद्देनजर सभी प्रमुख इदगाह और मस्जिदों में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी। स्थानीय मुस्लिम कब्रिस्तान सह इदगाह में भी पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था रही। मजिस्ट्रेट के रूप में सदर सीओ बासुकीनाथ टुडू और कई अन्य पुलिस पदाधिकारी मौके पर मौजूद रहे।