लातेहार, परियोजना निदेशक, आईटीडीए (समेकित जनजातीय विकास अभिकरण) श्री प्रवीण कुमार गगरई के द्वारा जनजातीय कल्याण ग्रामीण अस्पताल, मननचोटांग, लातेहार का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में अस्पताल परिसर में पूर्व में स्थापित स्वास्थ्य सेवाओं तथा प्रस्तावित इन-पेशेंट डिपार्टमेंट (IPD) की तैयारी की स्थिति का जायजा लिया गया।
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कोविड-19 कालखंड में अस्पताल परिसर में Pediatric ICU, Isolation Ward एवं Mother Ward का अधिष्ठापन किया गया था, जिसका संचालन उस समय सिविल सर्जन, लातेहार के निर्देशन में किया जा रहा था। वर्तमान में इन वार्डों के संचालन हेतु कोई भी स्वास्थ्यकर्मी प्रतिनियुक्त नहीं है, जिससे इनका उपयोग बाधित हो रहा है। फिलहाल, इनकी देखरेख हेतु एक महिला होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति की गई है।
इस अस्पताल में पूर्व से ICERT नामक गैर-सरकारी संस्था द्वारा Out Patient Department (OPD) का संचालन किया जा रहा है। विभागीय निर्देश के आलोक में अब IPD सेवा भी प्रारंभ की जानी है, जिसके लिए आवश्यक चिकित्सा उपकरण, उपस्कर और अन्य सामग्री का क्रय कर लिया गया है। हालांकि, इन सामग्रियों का अधिष्ठापन अभी नहीं हो पाया है क्योंकि पूर्व में स्थापित ICU और अन्य वार्डों की सामग्रियों का Hand Over संस्था को अब तक नहीं किया गया है।
परियोजना निदेशक ने जानकारी दी कि सिविल सर्जन, लातेहार को पहले ही निर्देशित किया गया था कि वे Pediatric ICU, Isolation Ward एवं Mother Ward में अधिष्ठापित सामग्री की सूची तैयार कर संस्था को उपलब्ध कराएं, किंतु अब तक यह कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। इस कारण से IPD सेवा प्रारंभ करने हेतु खरीदी गई नई सामग्रियों का अधिष्ठापन बाधित हो रहा है। इस विषय में सिविल सर्जन को दूरभाष के माध्यम से पुनः जानकारी दी गई, और तत्पश्चात ICERT संस्था के प्रतिनिधि श्री अरुण झा को उपलब्ध सामग्री की सूची तैयार कर Take Over प्रक्रिया प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया।
निरीक्षण के दौरान संस्था द्वारा कुछ बुनियादी निर्माण कार्यों की आवश्यकता की भी जानकारी दी गई, जिनमें भवन का रंग-रोगन, टाईल्स, स्लाइडिंग, डीप बोरिंग और पानी टंकी की व्यवस्था शामिल है। इन कार्यों के लिए भवन प्रमंडल, लातेहार के सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता को त्वरित प्राक्कलन तैयार कर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
इसके अतिरिक्त, अस्पताल परिसर स्थित स्टाफ क्वार्टर एवं डॉक्टर्स आवास के चल रहे जीर्णोद्धार कार्य का भी निरीक्षण किया गया। इस दौरान यह पाया गया कि निर्माण कार्य की गति अत्यंत धीमी है, जिससे निर्धारित समयसीमा में कार्य पूर्ण होना कठिन प्रतीत हो रहा है। परियोजना निदेशक ने इस पर असंतोष जताते हुए संबंधित अभियंताओं को कार्य में गति लाने और गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए कार्य अपनी निगरानी में शीघ्र पूर्ण कराने का सख्त निर्देश दिया।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक कार्यालय के सहायक लव कुमार सहित अन्य अधिकारी एवं संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित थे।