
बरहरवा: अनुमंडल अस्पताल राजमहल में बुधवार को प्रभारी उपाधीक्षक डॉक्टर उदयपुर के नेतृत्व में मासिक समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में एमडीए 2025, आईआरएस, कुष्ठ खोज पखवाड़ा, कुपोषण, भीवीडी रोग, यक्ष्मा, एनीमिया मुक्त भारत एवं नियमित टीकाकरण जैसी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा की गई। बैठक में अधिकारियों को स्वास्थ्य योजनाओं के सफल क्रियान्वयन को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
स्वास्थ्य योजनाओं के लक्ष्यों को शत-प्रतिशत पूरा करने का निर्देश
बैठक के दौरान डॉक्टर टुडू ने सभी संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि वे अपने लक्ष्यों को शत-प्रतिशत प्राप्त करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ प्रत्येक जरूरतमंद तक पहुंचे, यह सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए। स्वास्थ्य सेवाओं में कोई लापरवाही न हो, इसके लिए सतर्कता बरतने की भी हिदायत दी गई।
बीमारियों की रोकथाम एवं स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर
बैठक में एमडीए 2025 (माइक्रोफाइलेरिया उन्मूलन) एवं आईआरएस (इंडोर रेजिडुअल स्प्रे) को प्रभावी रूप से लागू करने पर विशेष चर्चा की गई। कुष्ठ रोग खोज पखवाड़ा के तहत संभावित मरीजों की पहचान एवं उपचार की रणनीति बनाई गई। कुपोषण की रोकथाम के लिए पोषण कार्यक्रमों की समीक्षा की गई, जबकि एनीमिया मुक्त भारत अभियान को और तेज करने पर जोर दिया गया।
इसके अलावा टीबी (यक्ष्मा) उन्मूलन, भीवीडी रोग (विषाणुजनित दस्त), कालाजार और टीकाकरण अभियान की प्रगति की समीक्षा की गई। अधिकारियों ने बताया कि इन योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।
बैठक में कई महत्वपूर्ण अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में बीपीएम अमित कुमार, डब्लूएचओ मॉनिटर सुबोध कुमार शर्मा, मधुसूदन महतो, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक संजय यादव, कालाजार तकनीकी पर्यवेक्षक मनीष टुडू, डेनियल किस्कू, सुनील कुमार, चितरंजन ठाकुर, स्नेहा मरांडी सहित कई अन्य स्वास्थ्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना से जुड़े पदाधिकारी, एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ) और सहिया साथी भी बैठक में मौजूद थे। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए मिलकर काम करने और योजनाओं को पूरी गंभीरता से लागू करने का निर्देश दिया गया।
स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत बनाने की पहल
स्वास्थ्य विभाग की इस समीक्षा बैठक का मुख्य उद्देश्य सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत को समझना और उनकी क्रियान्वयन प्रक्रिया को और मजबूत बनाना था। डॉक्टर टुडू ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करें और सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं।
बैठक में यह भी तय किया गया कि आने वाले दिनों में स्वास्थ्य जागरूकता अभियानों को तेज किया जाएगा, जिससे आम लोग स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूक हों और समय पर इनका लाभ उठा सकें।