
बोकारो: जिले में अपराध पर लगाम कसते हुए पुलिस ने अंतरप्रांतीय झपट्टामार गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के चार शातिर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिनके नाम प्रकाश दास, दीपक राव, कुशल राव और विक्रम राव बताए जा रहे हैं। पुलिस ने कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद चारों आरोपियों को शुक्रवार को जेल भेज दिया। इस संबंध में चास अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) प्रवीण कुमार सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान जानकारी दी।
चीरा चास से हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि इन अपराधियों की गिरफ्तारी चीरा चास के सुल्तान नगर इलाके से की गई। ये सभी भाड़े के मकान में रहकर लूट और छिनतई की घटनाओं को अंजाम देते थे। पुलिस को सूचना मिली थी कि यह गिरोह सक्रिय है और बैंक से पैसे निकालने वाले लोगों को निशाना बना रहा है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी कर इन चारों अपराधियों को गिरफ्तार किया।
बरामद किए गए नकदी और अन्य सामान
गिरफ्तार किए गए अपराधियों के पास से लूटे गए नकदी समेत कई अन्य सामान भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि गिरोह बालीडीह, चंद्रपुरा और पिंड्राजोड़ा थाना क्षेत्रों में लूट और झपटमारी की घटनाओं में शामिल था। यही नहीं, यह गिरोह झारखंड के अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल में भी अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता रहा है।
कैसे देते थे वारदात को अंजाम?
एसडीपीओ प्रवीण कुमार सिंह के अनुसार, यह गिरोह बैंक से पैसे निकालने वाले ग्राहकों को अपना शिकार बनाता था। गिरोह के दो सदस्य बैंक के अंदर रेकी करते थे और बाहर मौजूद अन्य सदस्यों को इशारा कर देते थे। जैसे ही कोई व्यक्ति बैंक से बड़ी रकम निकालकर बाहर आता, वे उसका पीछा करने लगते थे। जैसे ही वह व्यक्ति कहीं रुकता या थोड़ी देर के लिए असावधान होता, गिरोह के सदस्य उसकी बाइक की डिक्की का ताला तोड़कर पैसे लूटकर फरार हो जाते थे।
पिंड्राजोड़ा में लूट की घटना से हुआ खुलासा
गिरोह के खिलाफ पुलिस को सबसे बड़ा सुराग 26 नवंबर 2024 को मिली, जब पिंड्राजोड़ा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति से 28 हजार रुपये लूट लिए गए थे। यह व्यक्ति बैंक से पैसे निकालकर जा रहा था, तभी गिरोह के सदस्यों ने उसकी बाइक की डिक्की का ताला तोड़कर रुपये उड़ा लिए। इस घटना के बाद पुलिस सतर्क हुई और गिरोह की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी।
एक दर्जन से अधिक मामलों में संलिप्तता
पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह अब तक झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में एक दर्जन से अधिक लूट और छिनतई की वारदातों को अंजाम दे चुका है। इनके खिलाफ इन तीनों राज्यों के विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं। गिरोह के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें दर्ज की गई थीं, लेकिन हर बार वे ठिकाना बदलकर अपनी आपराधिक गतिविधियां जारी रखते थे।
पुलिस की सख्ती और आगे की कार्रवाई
गिरोह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब इनके अन्य साथियों की तलाश में जुट गई है। पुलिस को संदेह है कि इस गिरोह के और भी कई सदस्य अलग-अलग जिलों में सक्रिय हैं, जो इसी तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस ने कहा है कि आगे भी इस तरह के अपराधियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा और अपराध पर सख्ती से नकेल कसी जाएगी।
स्थानीय लोगों ने ली राहत की सांस
इस गिरफ्तारी के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। हाल के महीनों में बैंक से पैसे निकालने के बाद लूट की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई थी, जिससे लोग दहशत में थे। पुलिस की इस कार्रवाई से अपराध पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी और लोगों का कानून व्यवस्था पर विश्वास मजबूत होगा।
पुलिस ने की जनता से अपील
चास एसडीपीओ प्रवीण कुमार सिंह ने आम जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति बैंक से पैसे निकाल रहा हो तो सावधानी बरते, बार-बार रुकने से बचें और अपने आसपास नजर बनाए रखें। साथ ही, पुलिस ने लोगों को आगाह किया है कि वे अपने वाहनों की डिक्की में बड़ी रकम रखने से बचें और जरूरत पड़ने पर पुलिस से मदद लें।