
रांची, 13 फरवरी 2025 – झारखंड पुलिस द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार i-Got कर्मयोगी पोर्टल पर अनुसंधान पदाधिकारियों के निबंधन एवं प्रशिक्षण की प्रक्रिया को गति देने के लिए एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। यह बैठक पुलिस मुख्यालय सभागार से अपर पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण एवं आधुनिकीकरण), झारखंड श्रीमती सुमन गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित हुई, जिसमें पुलिस महानिरीक्षक (प्रशिक्षण) श्रीमती ए० विजयालक्ष्मी की भी उपस्थिति रही। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी जिलों के वरीय पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक (रेल जमशेदपुर एवं रेल धनबाद सहित) शामिल हुए।
प्रशिक्षण के अनिवार्य पाठ्यक्रम
बैठक में i-Got कर्मयोगी पोर्टल के तहत सभी अनुसंधान पदाधिकारियों को निम्नलिखित छह अनिवार्य पाठ्यक्रमों को पूरा करने के निर्देश दिए गए –
- Code of Conduct for Government Employees (सरकारी कर्मचारियों के लिए आचार संहिता)
- Prevention of Sexual Harassment of Women at Workplace (कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न की रोकथाम)
- Introduction to Emerging Technologies (नई उभरती तकनीकों का परिचय)
- Stay Safe in Cyber Space (साइबर स्पेस में सुरक्षित रहने के उपाय)
- Orientation Module on Mission Life (मिशन लाइफ पर ओरिएंटेशन मॉड्यूल)
- Yoga Break at Workplace (कार्यस्थल पर योग ब्रेक)
पंजीकरण और प्रशिक्षण की प्रगति
बैठक में समीक्षा के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि पिछले एक सप्ताह में 3,769 अनुसंधान पदाधिकारियों ने i-Got कर्मयोगी पोर्टल पर निबंधन कर लिया है। इस संदर्भ में, अपर पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण एवं आधुनिकीकरण) श्रीमती सुमन गुप्ता ने सभी वरीय पुलिस अधीक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि विशेष अभियान चलाकर शेष अनुसंधान पदाधिकारियों का भी शत-प्रतिशत निबंधन एक माह के भीतर पूरा किया जाए।
इसके साथ ही, सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि छह अनिवार्य पाठ्यक्रमों की ट्रेनिंग शीघ्र अति शीघ्र पूर्ण कराई जाए ताकि पुलिस बल में तकनीकी दक्षता, नैतिक आचरण एवं साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता को और अधिक सशक्त बनाया जा सके।

साप्ताहिक समीक्षा के निर्देश
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण एवं आधुनिकीकरण) ने सभी पुलिस अधीक्षकों को यह भी निर्देशित किया कि i-Got कर्मयोगी पोर्टल पर हो रहे प्रशिक्षण की नियमित समीक्षा की जाए और इसकी प्रगति की रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह पुलिस मुख्यालय को प्रेषित की जाए। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल पुलिस बल को नई तकनीकों और प्रशासनिक नीतियों से लैस करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
बैठक का समापन
बैठक के अंत में सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने जिलों में इस अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इसे सफल बनाएं। समीक्षा और आवश्यक दिशा-निर्देशों के उपरांत बैठक समाप्त हुई।
i-Got कर्मयोगी पोर्टल का उद्देश्य पुलिस बल को व्यावसायिक, नैतिक और तकनीकी रूप से दक्ष बनाना है। इस समीक्षा बैठक से स्पष्ट हुआ कि झारखंड पुलिस इस पोर्टल का पूर्ण रूप से उपयोग कर अपने अनुसंधान पदाधिकारियों को आधुनिक तकनीकों और प्रशासनिक आवश्यकताओं से प्रशिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है। आगामी एक माह में सभी अनुसंधान पदाधिकारियों का पंजीकरण एवं प्रशिक्षण पूर्ण कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसकी साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी।
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