
रांची:- झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव में मुस्लिम उम्मीदवार देने में कटौती और भेदभाव पर आमया संगठन के अध्यक्ष एस अली ने चिंता जाहिर करते हुए एक समुदाय की राजनीतिक हत्या करार दिया।
उन्होंन ने बताया कि झारखंड के कुल 81 विधानसभा सीट है झारखंड में 15% मुस्लिम आबादी के अनुपात में कम से कम 12 विधानसभा से मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट जेएमएम, कांग्रेस, राजद, वामदल को मिलाकर देनी चाहिए।
जेएमएम- 43 सीट में 3 मुस्लिम उम्मीदवार।
कांग्रेस- 29 सीट में 2 मुस्लिम उम्मीदवार ।
राजद+वाम दल- 6+3= 9 सीट में.. 00 (शुन्य)।
कुल मिलाकर जेएमएम + कांग्रेस ने मात्रा 05 मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया है, जो सीट शेयरिंग का 10% भी नही है।
वही राजद और वामदल अपने महागठबंधन सीट से मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट देना भी जरूरी नही समझा।
जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम कांग्रेस राजद महागठबंधन ने 08 विधानसभा से मुस्लिम उम्मीदवार दिया था।
क्या कारण है कि 2024 के विधानसभा चुनाव में 03 सीट कम किया गया है, जबकि मुस्लिम उम्मीदवार की संख्या बढ़ना चाहिए था ??
नोट: 5% ईसाई आबादी को जेएमएम से 06 और कांग्रेस से 03 यानि कुल 09 सीट से उम्मीदवार बनाया गया है जो स्वागत योग्य है।
इधर आजसू पार्टी जो 10 सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ रही है, उसने 01 सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया है।