विश्रामपुर (पलामू):- एक बार फिर असत्य पर सत्य की विजयी हुई। घटना पलामू जिला के विश्रामपुर की है। पलामू जिला के विश्रामपुर के रहनेवाले स्व. भगवान साव के तीनो पुत्रों अरविन्द प्रसाद, देवेंद्र प्रसाद (डब्लु) एवं पवन प्रसाद (रिंकु) को रविवार को आखिरकार न्याय मिला। न्यायालय के द्वारा प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट ने पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में पुरे गाजे बाजे के साथ उक्त तीन व्यक्ति को अपनी जमीन पर दखल-दहानी दिलाई।
क्या था मामला?
पलामू जिला के विश्रामपुर प्रखंड के स्व. घुरा साव के तीन पुत्र थे नारायण साव, स्व. भगवान साव एवं स्व. विन्ध्याचल साव। घुरा साव के नाम से 60 एकड़ 60 डिसमील जमीन व दो मकान था। विन्ध्याचल साव का बिमारी के कारण 40 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई थी। उनके दो पुत्र थे शंभु साव व प्रभु साव।
बड़े भाई होने के नाते नारायण साव को पुरे घर की ज़िम्मेवारी मिली। और उन्होने इसका भरपुर फायदा उठाया तथा शक्ति व पैसे के बल पर उन्होने भाईयों एवं भतीजों की जमीन हड़प ली।
इसका विरोध सर्वप्रथम सव. विन्ध्याचल साव के दोनो पुत्र ने किया व वे न्यायालय की शरण मे गये व विजय प्राप्त किया। इतना होने के बावजूद नारायण साव नही माने व स्व. भगवान साव के हिस्से की जमीन को जबरन कब्जाये रखा।
जिसके बाद स्व. भगवान साव के तीनो पुत्र भी न्यायालय की शरण पहुंचे जंहा उनके पक्ष में न्याय मिला। पर न्यायालय के आदेश को धता बताते हुए नारायण साव हिस्से की जमीन देने से इंकार कर दिए। तब पुनः स्व भगवान साव के तीनो पुत्र न्यायालय की शरण ली व दखल-दहानी दिलाने की गुहार लगाई।
जिसके बाद न्यायालय से प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट ने आज 20 अक्टूबर दिन रविवार को पुलिस प्रशासन का सहयोग लेकर पुरे गाजे बाजे के साथ भगवान साव के तीनो पुत्रों अरविन्द प्रसाद, देवेंद्र प्रसाद (डब्लु) एवं पवन प्रसाद (रिंकु) को उसके अपने घर में दखल-दहानी दिलाई।
वहीं इस घटना जानकारी पुरे क्षेत्र में जिसे भी हुई लोगो ने न्यायालय की प्रशंसा की। वही भगवान साव के तीनो पुत्र अरविन्द प्रसाद, देवेंद्र प्रसाद (डब्लु) एवं पवन प्रसाद (रिंकु) व परिजनो ने न्यायालय का आभार व्यक्त किया है।