
अंतरपीपीराष्ट्रीय महिला दिवस पर अग्रगति ने जन सवांद कार्यक्रम का आयोजन किया,उमड़ी भीड़,विधायक भी हुई शामिल
गोला:- प्रखंड क्षेत्र के झींझरी टांड़ स्थित महतो लाइन होटल सभागार में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बाल विवाह से आजादी के लिए जन सवांद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका आयोजन।अग्रगति संस्था ने कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के मदद से किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में रामगढ़ विधायक सुनीता चौधरी उपस्थित हुए। इस अवसर पर सांसद ने कहा कि पहले के अपेक्षा बाल विवाह कम हुआ है ,लेकिन अभी भी इस मुद्दे पर बहुत काम करने की आवश्यकता है। बाल विवाह समाजिक मुद्दा है इसे एक व्यक्ति विशेष से समाप्त नहीं किया जा सकता है। इसके लिए महिलाओं को खास कर आगे आना होगा। सांसद ने मौजूद महिलाओं को भरोसा दिलाया कि इस मुद्दे पर हर समय आगे रहेंगे। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था जब बाल विवाह के बारे में बहुत कम लोग जानते थे। लेकिन जागरूकता कार्यक्रम का प्रभाव है कि इसमें बड़ा बदलाव आ रहा है। इसमें अग्रगति बधाई के पात्र है।
कार्यक्रम के दौरान बाल विवाह से प्रभावित युवती ने अपना पक्ष रखा। महिलाओं ने स्वागत गीत भी गया।
सभा को पूर्व जिप अध्यक्ष ब्रह्मदेव महतो, नगर परिषद उपाध्यक्ष मनोज कुमार महतो,विधायक प्रतिनिधि दिनेश कुमार महतो, मुखिया प्रतिनिधि बजरंग महथा आदि ने संबोधित किया। इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत गुलदस्ता एवं फूल मालाओं से किया गया।मंच संचालन अंजनी कुमार ने किया।
महिलाओं के सम्मान के लिए बाल विवाह रोकना जरूरी :विधायक
वही विधायक ने कहा कि महिलाओं को सम्मान तभी मिल सकता है जब बाल विवाह जैसा मुद्दा समाज से खत्म हो जाएगा। इसके लिए अग्रगति लंबे समय से प्रयासरत है। बच्चों को अच्छी शिक्षा देना हर अभिभावक का कर्तव्य है।इसके लिए हम सभी को एक मंच में आना होगा।
प्रमुख गीता देवी ने कहा कि बाल विवाह के लिए मेरे द्वारा हर समय महिलाओं को साथ दिया जा रहा है। हर जागरूकता कार्यक्रम में मेरी भागीदारी रहती है। आगे भी यह अभियान चलता रहें।
मौके पर मुख्य रूप से मुखिया मंजू देवी,उपमुखिया लाइक आलम,समाजसेवी कालीचरण महतो, संस्था के प्रकाश करमाली,निशा कुमारी, कविता कुमारी, देवंती देवी,अनिता देवी,गौतम शर्मा, भुवनेश्वर महतो,भागीरथ महतो, फैजान अख्तर,संगीता कुमारी,फूलवन्ती कुमारी,नागेश्वर कुमार,सावित्री देवी,ऊषा देवी, पिंकी देवी,आरती देवी,पिंकी देवी,बबिता देवी, सुषमा देवी,गुड़िया देवी,चंचला देवी सहित सैंकड़ों महिलाएं मौजूद थी।