
बरहरवा/साहेबगंज
केंद्र सरकार की जन विरोधी राष्ट्र विरोधी दमनकारी नीति के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा का 18 फरवरी से जन आंदोलन शुरू किया गया है।उक्त बातें झारखंड प्रदेश के वरिष्ठ झामुमो नेता अब्दुल कादिर ने कहीं।उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के जरिए झारखंड की प्रत्येक जनता को केंद्र के मोदी सरकार की जन विरोधी दमनकारी नीति के खिलाफ एकजुट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार महंगाईऔर बेरोजगारी जैसे मुद्दों से देश की जनता का ध्यान हटाने के लिए सीबीआई,ईडी और एनआईए का दुरुपयोग कर रही है। लेकिन झारखंड की जनता झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ है। हम सभी इस आंदोलन के जरिए जन-जन तक केंद्र सरकार की इस दमनकारी नीति के खिलाफ जनता के पास जाएंगे और आने वाले लोकसभा चुनाव में यहां की जनता इनको पूरी तरह से सबक सिखाएगी।वही झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल गफूर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के पास मंदिर,मस्जिद और ईडी,सीबीआई को छोड़कर दूसरा कोई मुद्दा ही नहीं है। देश में महंगाई व बेरोजगारी चरम पर है इन सारे मुद्दों से देश की जनता का ध्यान हटाने के लिए केंद्र सरकार ईडी और सीबीआई का प्रयोग कर विपक्ष को डराना चाहती है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री और हम सभी के युवा नेता हेमंत सोरेन को जिस तरह से ईडी और सीबीआई की जाल में फंसा कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है इसका जवाब आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता जरूर देगी।उन्होंने कहा कि इस अवसर पर पूरे झारखंड में केंद्र सरकार की नीति के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा आज से एक जन आंदोलन शुरू किया गया है जो झारखंड के प्रत्येक पंचायत के प्रत्येक गांव से होते हुए देश की जनता तक जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हेमंत सोरेन जैसे युवा नेता पर अब तक एक भी आरोप साबित करने में विफल रही है।इससे साबित होता है कि हमारे नेता हेमंत सोरेन बिल्कुल बेदाग है।उनको ईडी और सीबीआई की जाल में फंसा कर केंद्र सरकार अपना उल्लू सीधा करना चाहती है।बरहरवा प्रखंड के गुमानी क्षेत्र से यहां के स्थानीय नेताओं द्वारा सैकड़ो की संख्या में एकजुट होकर आज इस न्याय यात्रा की शुरुआत की गई।इस दौरान सैकड़ो की संख्या में कार्यकर्त्ता बैनर व पोस्टर हाथ में लिए ईडी,सीबीआई और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पूरे क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों को जागरूक किया।