बसंत कुमार गुप्ता ब्यूरो प्रमुख,
गुमला:- सरना आदिवासी समाज के तत्वावधान में सिरसी-ता नाले ककड़ो लाता श्रृष्टि स्थल दर्शन यात्रा में विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में दर्शनार्थी शामिल हुए सर्व प्रथम बरा लगदम परिक्रमा भजन के पश्चात आनादी प्रार्थना के साथ पाहन बाबा के अगुवाई ककड़ों लाता में पुजा किया गया पुजा के पश्चात कई युवाओं ने संबोधन किया अपनी बातों को रखते हुए केंद्रीय सरना समिति भारत के अध्यक्ष नारायण उरांव ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सरना धर्म अगुवा सरना रत्न दादा वीरेंद्र भगत का योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है सरना रतन दादा वीरेंद्र भगत की अगुवाई में आज हम सभी लोग हम सरना आदिवासियों का सृष्टि स्थल सिरसी ता नाले दर्शन के लिए उपस्थित हुए हैं।
उनके साथ ददा चारे भगत एवं कई ऐसे धार्मिक हुआ जिन्होंने साथ-साथ इस जगह की खोज की आज पुरा देश के सरना आदिवासी यहां दर्शन को आते हैं उन्होंने यह कहा कि वीरेंद्र भगत बाबा कार्तिक उरांव के राह पर चलते हुए सरना झंडा को पूरा देश में लहराने का काम किया साथ ही साथ सरना प्रार्थना सभा का गठन किया मैं कह सकता हूं सरना प्रार्थना सभा के संस्थापक सरना रन वीरेंद्र भगत थे सरना प्रार्थना सभा के माध्यम से देश के सभी सरना धर्मावलंबी को एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है आज उनके नक्शे कदम पर चलते हुए आज जन गणना में 2011 की जनगणना यह बतलाता है कि यह सरना प्रार्थना सभा का देन है पूरे देश में 49 लाख 57467 सरना अंकित किया गया है और आज एक मजबूत आधार के साथ हम पुरखों की विरासत चिर परिचित मांग सरना धर्मकोड की मांग कर रहे हैं जो आज चरम पर है नारायण उरांव ने कहा कि सरना कोड मिलने से कोई नहीं रोक सकता है अगर 2021 का जनगणना हुआ तो हम करोड़ों में सरना धर्म अंकित करने का काम करेंगे आप सभी लोग यहां उपस्थित होकर अपने पुरखों को याद किया है और आज हम सभी मिलकर यह प्रण लेंगे की पुरखों की बताए हुए राह पर चलते हुए समाज को सुदृढ़ शसक्त एवं तमाम तरह की व्यवस्थाओं को निर्बाध रूप से संचालित करेंगे आदिवासियों का सृष्टि स्थल सिरसी ता नाले मे आकर गर्वानवित महसूस कर रहे हैं राष्ट्रीय धर्म अगुवा चारे भगत ने कहा कि इसी तरह एकजुटता बनाए रखें हम हर क्षेत्र की लड़ाई को जीतेंगे हमारा ग्रंथ हमारा गीत गोविंद ही है प्रकृति है इसे हमें संजो के रखना है तमाम तरह की व्यवस्था को अक्षुण्ण बनाए रखना है आज कैसे कार्यक्रम में मुख्य रूप से कर्मठ समाज सेवी सह पूर्व जिला परिषद रातु दक्षिणी श्री अमर उरांव , सोमनाथ उरांव, सुकरा उरांव , टाईगर शनि उरांव ,आदित्य तिर्की, सुलोचना उरांव ,शुनिल कच्छप, नमिता उरांव, संगीता उरांव ,रायमुनी किस्पोट्टा ,सुका उरांव, धर्मेश भगत, लक्ष्मण उरांव,सुरज उरांव, बाबुलाल उरांव,सुकरा उरांव, मुन्नी उरांव, मंदीप उरांव,जंतरी उरांव, अशोक तिर्की, सहित हजारों लोग उपस्थित थे।