
बसंत कुमार गुप्ता व्यूरो प्रमुख,
गुमला:- मजदूर यूनियन के झारखंड प्रदेश कहलाने वाले राजेश सिंह मजदुरों को बेवकूफ बनाया और अब जब छोटे छोटे से पेट नहीं भरा तो राजनीति पार्टी से मोटे रकम में सौदा कर खुद को बेच दिया और मजदूरों के साथ धोखा देने वाला काम किए हैं।ऐसे तो पहले भी खुद को मजदूर यूनियन का झारखंड प्रदेश अध्यक्ष फर्जी तरह से बने हुए थे। बिना रजिस्ट्रेशन नंबर बिना किसी पेपर के खुद को मजदूर यूनियन का प्रदेश अध्यक्ष कहलाते थे।जब धीरे धीरे बात आम जनता और अधिकारियों को शक होने लगा तो अब राजनीति में घुस गए खुद को बचाने के लिए।
मजदूर संघ कभी किसी राजनीतिक पार्टी का अंग नहीं होता है कानुनी तौर पर। राजेश कुमार सिंह ने कई ठेकेदारों से अवैध वसुली भी किया करते थे और अपने जेब भराई का काम किया करते थे। मजदूर संघ सीएफ टी यु आई एक इंटरनेट ट्रेड यूनियन है जो सिर्फ और सिर्फ मजदुरों के हित के लिए काम करते आ रहा है।आज पुरे देश में ट्रेड यूनियन सीएफटीयुआई चल रहा है जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर 3848/2000/है अगर वाकई में मजदूर यूनियन का प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह होते और समाज हित में काम करने की क्षमता होता तो वो कभी किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होते।