- रक्षा मंत्री द्वारा बनाए गए नए कानूनों के विरुद्ध तीन दिनों का होगी चक्का जाम
- चालकों तनख्वाह महज 8 से 12 हजार,दुर्घटना होने पर 10 वर्ष की सजा,5 लाख की जुर्माना
- नए दुर्घटना कानून नियम बनाए जाने के विरोध में देश भर के चालक लगाएंगे वाहनों पर ब्रेक
चतरा :- केंद्र सरकार के द्वारा नए कानून भारतीय नागरिक सुरक्षा सहिंता 2023 के तहत चालकों को मार्ग दुर्घटना के बाद 10 वर्ष की सजा और 5 लाख का जुर्माना देने का कानून पास किया गया है।वाहन दुर्घटना नीति नियम के विरुद्ध देश भर के वाहन चालकों द्वारा 1जनवरी 2024 से वाहनों के पहिया में ब्रेक लगाएगें । केंद्र सरकार द्वारा वर्तमान संसोधित ड्राइविंग नियम में सड़क दुर्घटना होने पर चालकों को 10 वर्ष की सजा मुकरर की गई है वहीं 5 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है। वहीं पूर्व में बने ड्राइविंग कानून में कोई सजा ना जुर्माना की कानून बनी थी। जिससे गरीब से लेकर निरक्षर भी वाहन सिख अपना रोजी रोटी चला रहा था।साथ हीं पूर्व में चालको को आसानी से न्यालय द्वारा बेल दे दी जाती थी। चालकों का कहना है कि वाहन चलाने वाले चालको को महज 8 से 10 हजार या 12 हजार की तनख्वाह वाहन मालिक द्वारा दिया जाता है उसी में अपना और अपना घर परिवार एवं अपने बच्चों का शिक्षा के लिए स्कूलों तक भेज पाता है। वैसे में बनाए गए यह नियम कानून तर्क संगत नहीं है। चुकी वाहनों से दुर्घटना कई कारणों से होता है। जिसमें मशीनयरी के तहत ब्रेक फेल होना या स्टेरिंग लॉक हो जाना इत्यादि शामिल है। वैसे में यदि चालकों को 10 वर्ष की सजा हो गई तो उनके बच्चे का भविष्य क्या होगा। साथ हीं गरीबी के हालत में कहां से 5 लाख का जुर्माना भरेगा।केंद्र सरकार द्वारा बनाया गया नया कानून के विरोध में देश भर के वाहन चालकों ने घोषणा करते हुए 1 जनवरी से 3 जनवरी तक वाहनों पर ब्रेक लगा दिया है। 1जनवरी से सड़कों पर कोई वाहन नहीं दिखेगा। जो वाहन 31 दिसम्बर को जहां है वहीं खड़ी रहेगी। बता दें कि यदि पूरे देश के चालकों का 3 दिवसीय वाहनों पर ब्रेक लगाई गई तो देश का अर्थ व्यवस्था गिर जाएगा। वहीं राज्य से लेकर केंद्र सरकार का अरबों का राजस्व का नुकशान होना तय है।