बसंत कुमार गुप्ता व्यूरो प्रमुख,
गुमला:- में प्रेस क्लब द्वारा सूचना भवन स्थित कार्यालय में राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया गया. अध्यक्षता प्रेस क्लब के कार्यकारी अध्यक्ष अश्विन कुमार दास ने किया. श्री दास ने कहा कि गुमला जिले में कागजों पर जरूर विकास के दावे ठोके जा रहे हैं. परंतु धरातल पर सरकार की योजना व विकास योजनाओं की स्थिति खराब है. वर्तमान समय में गुमला में कई अधिकारी सिर्फ अपना स्वार्थ देख रहे हैं. इसलिए जरूरी है. आज प्रेस दिवस पर हम सभी संकल्प लें. विकास योजनाओं की हकीकत खबरों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाये. ताकि जनता की समस्याओं का निदान हो सके. जिला उपाध्यक्ष सुशील सिंह ने कहा है कि गुमला में अगर हम पत्रकारिता की बात करें तो आज से दो-तीन साल पहले पत्रकारिता की तूती बोलती थी. जनमुददों पर खबर छपते ही तुरंत कार्रवाई होती थी. समस्या भी दूर किया जाता था. परंतु, अब अधिकारी काम से ज्यादा हवा हवाई दिखाने में आगे हैं. इसलित जनता के मुददे गौण होते जा रहे हैं. प्रशासन हकीकत देखना नहीं चाहता. बस वह अपनी बात रखना जनता है. काम से दूर-दूर तक नाता नहीं है. इसलिए जरूरी है. पत्रकारों को एकजुट होकर अपनी बातों को उचित प्लेटफार्म में रखें. जिला उपाध्यक्ष अफताब अंजुम ने कहा कि मैं देखा हूं कि झारखंड के गुमला व छत्तीसगढ़ राज्य के जशपुर जिला की पत्रकारिता में जमीन आसमान का अंतर है. जशपुर में अधिकारी कोई भी समस्या की जानकारी लेने के लिए पत्रकारों के पास आते थे. चूंकि पत्रकार गांव-गांव तक जाते हैं. परंतु, गुमला में प्रशासन का काम उलटा है. यहां पत्रकारों से अधिकारी वास्ता रखना नहीं चाहते हैं. इसलिए गुमला का विकास हो नहीं पा रही है. सरकारी योजना को कुछ अधिकारी व कर्मचारी लूट का जरिया बना लिये हैं. क्लब के कोषाध्यक्ष दीपक राम काजू ने कहा है कि तीन चार लोग प्रेस क्लब छोड़ दूसरे संगठन में शामिल हो गये हैं. ऐसे लोगों को संगठन से निष्कासित किया जाये. साथ ही ठंड को देखते हुए गरीबों के बीच कंबल का वितरण किया जाये. मुकेश सोनी, किशोर जायसवाल, अनिल सिंह, दीपक गुप्ता, आरिफ हुसैन अख्तर, रूपेश भगत ने कहा है कि पत्रकारों को एकजुट होकर रहने की जरूरत है. अगर आप अगल-अलग रहेंगे तो इसका गलत संदेश जायेगा. साथ ही जो भ्रष्ट अधिकारी हैं. वे पत्रकारों के मनमुटाव का फायदा उठायेंगे. साथ ही पत्रकारिता जनता के लिए होनी चाहिए. न कि अधिकारी की बातें को सिर्फ मीडिया में चलाये. गुमला में कुछ गिने चुने पत्रकार हैं जो अधिकारियों के पास बैठकर न्यूज लिखते हैं. ऐसे पत्रकार किसी के नहीं हो सकते. वे स्वार्थी पत्रकार हैं. बैठक में सुशील सिंह, अफताब अंजुम, दीपक वर्मा, दीपक गुप्ता, मुकेश सोनी, किशोर कुमार, मुकेश कुमार, नरेश जायसवाल, गणपत चौरसिया, आरिफ हुसैन, जॉली विश्वकर्मा, अंकित चौरसिया, रूपेश भगत, गुडडू चौरसिया, अंकित विश्वकर्मा सहित कई लोग थे.