- कारी खुर्शीद की ईलाज रांची रिम्स में एक सप्ताह से चल रही थी, रात्रि को अंतिम सांस लीउनके मौत से जिले में छाई मायूसी,की दुआएं
सिमरिया:- प्रखण्ड के सिमरिया गांव निवासी कारी खुर्शीद की मौत इलाज के दौरान हो गयी ।जहां उनकी स्थानीय कब्रिस्तान सिमरिया में सुपुर्द खाक किया गया। उनके जनाजे में जिले से लेकर अन्य जिले के लगभग 24 से 25 हजार की ऐतिहासिक भीड़ उमड़ पड़ी। जानकारी के अनुशार कारी खुर्शीद हसमुख एवं शांति प्रिय मिजाज के व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। वे इस्लाम पसंद व्यक्ति थे। वे दिन के लिए अपने जिले से दुशरे जिले में अक्सर जाया करते थे। जिसके कारण उनका एक अलग पहचान बनी हुई थी। वे एक सप्ताह से बीमारी से परेशान थे। उनका ईलाज रांची के कई हॉस्पिटल में किया जा रहा था। अंत में रिम्स में इलाज के दौरान मंगलवार की रात्रि को अंतिम सांस ली और दुनिया को अलविदा कर दिए। जहां उनका जनाजे में लगभग 25 हजार की भीड़ उमड़ पड़ी। सिमरिया कब्रिस्तान मैदान में जनाजे के भीड़ यह एक ऐतिहासिक भीड़ थी। बता दें कि इंशान को एक अपनी पहचान होती है।जो कभी खोना नहीं चाहिए। उनकी इंशानियत और चाहने वालों की जमात तब मालूम होती जब उनकी सासे थम जाती है। और चाहने वालों की भीड़ जनाजे में उमड़ पड़ती है।