पलामू ज़िले के मेदिनीनगर में खासमहल की भूमि को लेकर चर्चा तेज हो गई है। मेदिनीनगर शहर के व्यवसाईयों का चीर- परिचित मांग है की ख़ासमहल की भूमि को फ्रीहोल्ड किया जाए। इसी मुद्दे पर बात करते हुए युवा समाजसेवी आशीष भारद्वाज ने कहा की पलामू हमारा घर द्वार है.
जब शहर हमारा है तो हमारी भूमि की मलकियत किसी और का क्यों। आज आज़ादी के 79 सालों के बाद भी हमे उस जमीन के टुकड़े के लिए लागातार संघर्ष करना पड़ रहा है जिसपर हमारे पूर्वजों ने कई पीढ़ी पहले अपने भविष्य को सुरक्षित करने हेतु अपना घर-द्वार, व्यापार खड़ा किया।
आज भी ये ख़ासमहल अंग्रेजों की गुलामी का एक प्रतीक के रूप में हमारे समक्ष खड़ा है। छोटानागपुर के सबसे पुराने शहर होने के बावजूद भी खासमहल के वजह से हमारे शहर का विकाश रुका हुआ है। खासमहल के नाम पर सरकार हमारे मेदिनीनगर वासियों का और हमारे व्यवसाई बंधुओं का लगातार दोहन कर रही है.आप जब लीज नवनीकरण करवाने जाइएगा तो पदाधिकारियों को अंडरटेबल उतना देना पड़ेगा जितने में आप शहर के अन्य हिस्से में लीज नवनीकरण कराने जा रहे भूमि से ज़्यादा भूमि ख़रीद सकते है.
लीज नवनीकरण के नाम पर इतना बड़ा भ्रष्टाचार फैला है उसकी आप कल्पना नहीं कर सकते है। शहर में कुछ पूँजीपति लोग लगातार हमारे व्यवसाईयों को व नगरवासियों को भ्रमित कर बेवकूफ बनाने का काम कर रहे है, पहले ऐसे ही लोगो ने हल्ला मचा रखा था की खासमहल की भूमि फ्री होल्ड करा के मानेंगे और आज लीज नवनीकरण के संभावित प्रस्ताव पर अपना – अपना पीठ थप – थपा रहे है, ये तो सरासर हमारे नगरवासियों को ठगने का बात हुआ।
झारखंड सरकार इस प्रदेश में रहने वाले हरेक प्रदेश वासियों का गार्जियन है, मैं सरकार से आग्रह करता हूँ की खासमहल की भूमि को फ्री होल्ड कर हमारे नगरवसियों और हमारे मेहनतकस व्यवसाई बंधुओं को उनके अपने भूमि का उन्हें मालिकाना हक दे ताकि वे शहर के विकाश में अपना समुचित योगदान दे सकें।