
लातेहार। संवाददाता
लातेहार जिला के बालूमाथ प्रखंड अंतर्गत होलंग गांव स्थित बाड़ीबांध भारी वर्षा के कारण टूटने की कगार पर है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला परिषद उपाध्यक्ष अनीता देवी ने उपायुक्त लातेहार से दूरभाष पर वार्ता कर बांध की तत्काल मरम्मति कराने का आग्रह किया है। उन्होंने माइनर इरिगेशन विभाग और प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO), बालूमाथ को भी निर्देशित करने की मांग की है ताकि बांध की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
जिप उपाध्यक्ष ने बताया कि इस संबंध में वह पूर्व में भी उपायुक्त एवं कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई प्रमंडल, लातेहार को लिखित पत्र दे चुकी हैं। उन्होंने दोहराया कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो सैकड़ों किसानों की खेती चौपट हो सकती है।
गंभीर खतरे की स्थिति
ज्ञात हो कि कई वर्ष पूर्व होलंग गांव में बाड़ीबांध का निर्माण किसानों को सिंचाई सुविधा देने और सूखा संकट से राहत दिलाने के उद्देश्य से किया गया था। यह बांध लगभग 500 एकड़ खेतों में सिंचाई के लिए जल उपलब्ध कराता है। लेकिन हालिया भारी बारिश ने बांध की स्थिति को नाजुक बना दिया है।
बांध के कई हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और कुछ जगहों पर वह दो भागों में विभाजित हो गया है, जिससे पानी का तेज रिसाव हो रहा है और मिट्टी का कटाव लगातार बढ़ रहा है। स्थानीय किसानों को आशंका है कि यदि समय रहते मरम्मत नहीं की गई तो पूरा बांध टूट सकता है, जिससे धान की रोपनी रुक जाएगी और बीज पूरी तरह बर्बाद हो जाएंगे।

प्रशासन की अनदेखी से नाराज किसान
स्थानीय किसानों ने बताया कि वे कई बार जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को लिखित आवेदन दे चुके हैं, परंतु अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। किसानों में इसको लेकर गंभीर नाराजगी और चिंता देखी जा रही है।
जीवनरेखा बनी सड़क भी खतरे में
स्थानीय लोगों ने यह भी जानकारी दी कि बांध के ऊपर बनी सड़क होलंग से किता गांव को जोड़ती है, जो प्रखंड एवं जिला मुख्यालय तक जाने का एकमात्र रास्ता है। इस रास्ते का उपयोग आपातकालीन स्थिति में अस्पताल पहुंचने के लिए भी किया जाता है। यदि बांध टूट गया तो गांव का संपर्क पूरी तरह कट जाएगा, जिससे इलाज जैसी बुनियादी जरूरतें भी पूरी नहीं हो पाएंगी। लोगों ने बताया कि बड़का होलंग गांव के कई लोगों की जान अब तक इलाज के अभाव में जा चुकी है।