
रांची: राजधानी रांची समेत झारखंड के कई जिलों में सोमवार को हुई झमाझम बारिश ने मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल दिया है। बीते कुछ दिनों से तेज धूप और गर्मी से बेहाल लोगों को इस बारिश से राहत जरूर मिली है, लेकिन इसके साथ ही जनजीवन को कई स्तर पर परेशानियों का भी सामना करना पड़ा है। बारिश के बाद राजधानी रांची की सड़कों पर जलजमाव और नालियों का पानी उफनकर बाहर आ जाने से राहगीरों और दोपहिया वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बारिश के बाद शहर की कई निचली बस्तियों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। रुक-रुककर हो रही बारिश ने जहां वातावरण को ठंडा कर दिया है, वहीं ग्रामीण इलाकों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विज्ञान केंद्र, रांची ने आने वाले दिनों को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी है। केंद्र द्वारा जारी ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक, रांची, रामगढ़, हजारीबाग, खूंटी, गुमला, बोकारो, पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला-खरसावां जिलों में अगले कुछ दिनों तक तेज हवाएं चलने की संभावना है।
मौसम विभाग ने बताया कि इन इलाकों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है। इसके साथ ही ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है, जिसे देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, राज्य के पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा जिलों के लिए 16 और 17 अप्रैल को येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में मेघगर्जन के साथ तेज हवा चलने की संभावना जताई गई है।
मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने जानकारी दी कि लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आकाशीय बिजली और तेज हवा के दौरान लोगों को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए, खासकर खेतों में काम कर रहे किसानों को सतर्क रहना चाहिए। मौसम के इस बदलाव से सबसे अधिक प्रभावित ग्रामीण इलाकों की फसलें हुई हैं, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।
पिछले 24 घंटे के आंकड़ों के अनुसार, झारखंड के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश रिकॉर्ड की गई। सबसे अधिक वर्षा खूंटी जिले के तोरपा में 24.8 मिमी दर्ज की गई। वहीं, अधिकतम तापमान की बात करें तो सबसे अधिक तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस सरायकेला में रिकॉर्ड किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस खूंटी में रहा।
राजधानी रांची का अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। तापमान में आई गिरावट से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली है, लेकिन ठंडी हवाओं और बारिश ने लोगों को एक बार फिर से गर्म कपड़ों की ओर लौटने पर मजबूर कर दिया है।