
इस बार ईद के जश्न के साथ एक विरोध की गूंज भी सुनाई दी।”
अमीन अंसारी,
चान्हो। सोमवार को देश भर में बडी ही धूम धाम से ईदुल फितर का नमाज अदा किया गया। ईदगाहों में ईद के नमाज के बाद लोग एक दूसरे को गले लगा कर ईद का मुबारक बाद दिए।
तो ईद के मौके पर मुस्लिम धर्मलंबियों की नमाज के लिए काफी भीड़ देखी गई और देश में अमन शान्ति की दुआ मांगी गई । नमजियों ने कहा ईद की सेवइयों की मिठास की तरह देश की सामाजिक रिश्तों में मिठास बढ़े ऐसे में पूरे चान्हो के अलग अलग ईदगाहों में गंगा जमुना की तहजीब देखी गई ।

टांगर ईदगाह में ईद की बधाई देने समाज सेवी अशोक साहू पूर्व मुखिया मोहन उरांव पूर्व पंचायत समिति सदस्य संतोष साहु विधायक प्रतिनिधि परमोद लाल
गले लगा कर ईद की बधाई दिए वहीं लुंडरी में मुखिया नीलम उरांव ने ईद की बधाई दी तो मुखिया के पति डहरु उरांव और सचितान्नद साहु ने गले लगा कर ईद की बधाई दिए।
चान्हो प्रखंड के विभिन्न ईदगाहों में अपने तय समय पर नमाज़ अदा किया गया। कई जगहों पर लोग वफ्फ बिल के खिलाफ अपने बाजू में काला पट्टी बांध कर नमाज अदा किए और वफ्फ बिल का विरोध किया। इस बीच लुंडरी जामा मस्जिद के इमाम ने कहा “इस्लाम में वक्फ का मकसद हमेशा जनहित रहा है।

अगर सरकार इसमें बदलाव करना चाहती है, तो पहले मुस्लिम समाज की राय लेना ज़रूरी है।”अफरोज अंसारी ने कहा “हमारे पूर्वजों ने यह संपत्तियाँ धार्मिक और सामाजिक भलाई के लिए दी थीं, लेकिन सरकार अब इनपर अधिकार जमाना चाहती है।
हम इस बिल का पुरजोर विरोध करते हैं!”मौलाना अबुल कलाम आजाद ने वक्फ संशोधन विधेयक पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कानून संविधान के अनुरूप नहीं है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
उन्होंने इसे कृषि कानूनों की तरह विवादित बताते हुए कहा कि अगर मुस्लिम समाज की सहमति के बिना यह कानून लागू किया जाता है, तो यह अन्याय होगा।