रांची से अजीत कुमार की रिर्पोट,
गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर झारखंड का नाम पूरे देश में गर्व से ऊँचा करने जा रही हैं पूर्वी सिंहभूम जिले के पीएम श्री कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, पटमदा की बेटियाँ। यह गर्व का पल झारखंड और देशभर के लिए खास है, क्योंकि इन बेटियों की बैंड टीम को नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर माननीय राष्ट्रपति के समक्ष प्रदर्शन के लिए चयनित किया गया है।
राज्यपाल ने दी शुभकामनाएँ
झारखंड के माननीय राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार ने इस अवसर पर विद्यालय की बैंड टीम को बधाई और शुभकामनाएँ प्रेषित की हैं। उन्होंने कहा, “राज्य की बेटियों द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह में बैंड प्रस्तुति देना झारखंड के लिए गर्व का विषय है। इन बेटियों ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसे महत्वपूर्ण अभियानों की भावना को जीवन में चरितार्थ किया है।” राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि ये बेटियाँ अपनी असाधारण प्रस्तुति से न केवल राज्य का नाम रोशन करेंगी, बल्कि अन्य बेटियों को भी प्रेरणा प्रदान करेंगी।
राष्ट्रीय विद्यालय बैंड प्रतियोगिता
राष्ट्रीय विद्यालय बैंड प्रतियोगिता का आयोजन स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग (DoSEL), शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा हर वर्ष रक्षा मंत्रालय के सहयोग से किया जाता है। इस प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं की टीमें भाग लेती हैं। वर्ष 2024-25 में आयोजित प्रतियोगिता के दौरान राज्य और क्षेत्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा के बाद 13 राज्यों की 16 बैंड टीमों और 463 विद्यार्थियों का चयन फाइनल के लिए किया गया।
यह पहली बार है जब प्रतियोगिता में तीन सरकारी विद्यालयों की बैंड टीमों को गणतंत्र दिवस परेड में प्रदर्शन का अवसर मिला है। झारखंड की बैंड टीम इस खास अवसर पर माननीय राष्ट्रपति महोदया के समक्ष अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करेगी।
विद्यालय की सफलता की कहानी
पूर्वी सिंहभूम जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र में स्थित पीएम श्री कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, पटमदा, एक आवासीय विद्यालय है। यहाँ कक्षा 6 से 12 तक की छात्राएँ पढ़ाई करती हैं। इस विद्यालय की पाइप बैंड गर्ल्स टीम ने राज्य और क्षेत्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर स्थान बनाया।
विद्यालय की इस टीम का गठन कक्षा 8 से 12 तक की 23 छात्राओं से हुआ है। टीम की कड़ी मेहनत और अनुशासन का यह परिणाम है कि उन्होंने 2024-25 की रांची में आयोजित राज्य स्तरीय विद्यालय बैंड प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया। इसके बाद गुवाहाटी में आयोजित क्षेत्रीय प्रतियोगिता में सफलता हासिल कर टीम ने राष्ट्रीय स्तर के लिए अपनी जगह पक्की की।
अनुशासन और कड़ी मेहनत का प्रमाण
यह टीम रामगढ़ स्थित सिख रेजिमेंट और पंजाब रेजिमेंट के प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में तैयार हुई है। टीम की सदस्याएँ साधारण पृष्ठभूमि से हैं, लेकिन उन्होंने कठिन परिस्थितियों के बावजूद अनुशासन और मेहनत के बल पर यह सफलता हासिल की है।
टीम में पार्वती महतो (टीम लीडर), आशालता महतो, पिंकी, कल्याणी महतो, ममता महतो, बासंती महतो, वर्षारानी मांझी, साधना महतो, सुभद्रा कर्मकार, रूपाली टुडू, प्रमिला महतो, रूमा महतो, कल्पना टुडू, पूजा रानी महतो, पूजा महतो, रिया महतो, छाया महतो, सविता महतो, उषारानी सोरेन, पल्लवी महतो, इबिल हांसदा, सुकरमनी सोरेन, और बर्नाली मांझी शामिल हैं।
शिक्षा और महिला सशक्तिकरण का प्रतीक
गणतंत्र दिवस पर इस टीम का प्रदर्शन न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश के लिए महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के प्रति समर्पण का प्रतीक होगा। इन बेटियों ने साबित कर दिया है कि सही मार्गदर्शन और दृढ़ निश्चय के बल पर हर चुनौती को पार किया जा सकता है।
राज्यपाल के मुख्य सचिव ने भी की प्रशंसा
झारखंड के राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डॉ. नितिन कुलकर्णी ने भी इस टीम को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा, “झारखंड की इन बेटियों ने अपनी प्रतिभा और मेहनत से न केवल राज्य का सम्मान बढ़ाया है, बल्कि पूरे देश की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हैं। राज्य आगमन पर माननीय राज्यपाल महोदय इन छात्राओं से मुलाकात करेंगे और उन्हें सम्मानित करेंगे।”
विद्यालय के प्रयास
विद्यालय प्रशासन ने छात्राओं को उत्कृष्ट प्रशिक्षण और प्रोत्साहन प्रदान किया। नियमित अभ्यास सत्र, प्रशिक्षकों का सहयोग, और विद्यार्थियों का आत्मविश्वास उनकी सफलता की मुख्य कुंजी रहे। विद्यालय की इस सफलता से अन्य सरकारी विद्यालयों के लिए भी प्रेरणा का संदेश गया है।
गणतंत्र दिवस पर प्रदर्शन
गणतंत्र दिवस के भव्य आयोजन में झारखंड की यह टीम अपनी प्रस्तुति देगी, जो राज्य की सांस्कृतिक और शैक्षिक प्रगति का उदाहरण बनेगी। कर्तव्य पथ पर माननीय राष्ट्रपति महोदया के मंच के सामने प्रदर्शन करने का यह अवसर राज्य की बेटियों के लिए अद्वितीय है।
झारखंड की बेटियाँ इस बार गणतंत्र दिवस पर देश के समक्ष अपनी प्रतिभा का परचम लहराएँगी। यह अवसर न केवल राज्य के लिए गर्व का विषय है, बल्कि समाज में बेटियों के सशक्तिकरण और शिक्षा को बढ़ावा देने का भी संदेश देता है। पीएम श्री कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, पटमदा की बैंड टीम की इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत, अनुशासन और लगन से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। इन बेटियों की यह उपलब्धि भविष्य में और भी अधिक सफलताओं के लिए प्रेरणादायक होगी।