सतबरा प्रखंड से दिनेश यादव का रिपोर्ट:-
सतबरवा(पलामू):- भाकपा माले के नेता एवं कार्यकर्ताओं ने ग्राम घूटुआ का दौरा किया और राशन कार्ड धारी के साथ बातचीत किया गया।मौके पर भाकपा माले के नीलांबर पितांबरपुर सतबरवा प्रखंड सचिव सह अखिल भारतीय किसान महासभा के पलामू जिला सचिव कमेश सिंह चेरो एवं भीम सिंह शामिल थे।कमेश सिंह चेरों ने कहा की लोग भूख से तड़प रहे हैं और भूखे मरने की नौबत हो गयी है। अभी इस स्थिति में जरूरत था कि राहत के लिए राशन, लेकिन सरकार से मिलने वाली राशन को भी मिली भगत से गायब किया जा रहा है।अपनी राशन मांगने पर उल्टी फर्जी मुकदमों में कार्ड धारियों को फसाया जा रहा है। जिनको कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं। पूरे 3 महीने की राशन कार्ड धारी को अतिरिक्त दिया जाए।ताकि भूख से किसी व्यक्ति की मौत ना हो। राशन घोटाला करने वाले जो भी लोग हैं, उन लोगों पर मुकदमा दर्ज करते हुए उनके लाइसेंस रद्द किया जाए। ग्राम घुटवा में शुबो कुंवर के नेतृत्व में महिला स्वयं सहायता समूह के पास जन वितरण प्रणाली की दुकान है, वे 3 महीना से राशन नहीं दिए हैं ।बल्कि ईट पत्थर चढ़ाकर पर्ची निकाल लिया गया है। राशन कार्डधारियों ने प्रखंड खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी ,जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी और उपयुक्त पलामू के समक्ष लोगों ने गुहार लगाया । 12 अक्टूबर को एकदिवसीय धरना में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा था, कि हम जल्द ही लोगों की राशन आवंटन का प्रयास करेंगे लेकिन सुनकर ही संतुष्ट करना पड़ा।एक साजिश के तहत इन्होंने लाभुकों पर फर्जी मुकदमे करवा दिया । इस मुकदमा को जांच करते हुए, खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी पर भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए ।क्योंकि इतना हल्ला गुल्ला आंदोलन के बावजूद भी एक भी जन वितरण प्रणाली दुकानदार एवं दोषी पदाधिकारी पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ बल्कि राशन न देकर कार्ड धारी पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। यदि मुकदमा वापस नहीं लिया गया और जन वितरण प्रणाली दुकानदार पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ और राशन कार्डधारी को पूरा राशन नहीं मिला,तो भाकपा माले एवं अखिल भारतीय किसान महासभा दशहरा बाद उपायुक्त का घेराव करेंगे।यदि आंदोलन के समय यदि अगर कोई घटना घटती है ,तो इसका जिम्मेवार सतबरवा प्रखंड के खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी होंगे।इन्हीं के इसारे पर यह फर्जी मुकदमे किया जा रहा है। लोग भूख से तड़प रहे हैं। जनप्रतिनिधि और अफसर मस्त रह रहे हैं। स्थानीय विधायक शशि भूषण मेहता का कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी भाकपा माले गरीब मजदूर किसानों, बेरोजगारों की हक अधिकार की लड़ाई लड़तीं है और आगे लड़ते रहेगी।