जमशेदपुर :- शनिवार को टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन एवं प्रबंधन के बीच बोनस समझौता संपन्न हुआ। यूनियन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि इस समझौते के तहत कर्मचारियों को अधिकतम बोनस के रूप में 63872 रुपये एवं एवरेज बोनस के तौर पर 46418 रुपये मिलेंगे। आगे बताया गया कि पूर्व में 225 अस्थाई कर्मचारियों का स्थाईकरण करना सुनिश्चित हुआ था जो 1 अक्तूबर को सूची जारी होना तय था उसमें अतिरिक्त 100 कर्मचारियों को जोड़ा गया है इस प्रकार अब 325 कर्मचारी स्थाई होंगे।
दावा किया गया है कि इस बोनस समझौते में जो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण और सराहनीय कार्य हुआ है वह फुल टर्म अप्रेंटिस का। जिसके तहत नवंबर माह में वैकेंसी निकल जाएगा और फुल टाइम अप्रेंटिस कंप्लीट करने के बाद कर्मचारी पुत्रों का नियोजन 3 वर्ष का डिप्लोमा कार्यक्रम में उन्हें संलग्न करने के बाद स्थाई तौर पर कर्मचारी पुत्रों का नियोजन किया जाएगा।
यह समझौता भी संपन्न हुआ है इसके साथ-साथ लगभग 116 ऐसे प्रशिक्षु जो पूर्व में टीएमएसटी एवं फुल टर्म अप्रेंटिस कंप्लीट कर चुके हैं उन्हें भी डिप्लोमा कार्यक्रम से जोड़कर आने वाले अप्रैल महीने में नियोजन प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।
3 वर्ष के डिप्लोमा पूर्ण करने के बाद उन्हें कंपनी में चाहे तो वह टेक्निकल के तौर पर रह सकते हैं या फिर सुपरवाइजर या अन्य वैकेंसी में अपने आप को शामिल कर बेहतर पदोन्नति कर सकते हैं।महामंत्री आरके सिंह बोनस समझौता के बाद यूनियन कार्यालय में विस्तार से समझौता के बारे में बताया।
इस दौरान सलाहकार प्रवीण सिंह भी मौजूद थे। बोनस समझौता के बाद यूनियन अध्यक्ष गुरमीत सिंह , महामंत्री आरके सिंह, प्रवीण सिंह खुली गाड़ी में सवार होकर जुलूस की शक्ल में कंपनी परिसर से निकलकर यूनियन कार्यालय पहुंचे। जुलूस में यूनियन के पदाधिकारियों समेत अन्य शामिल थे।