लातेहार:-महुआडांड प्रखंड अंतर्गत अक्सी पंचायत के अति नक्सल प्रभावित ग्राम तीसिया का टोला खूंटीकरम की गर्भवती आदिमजनजाति महिला ज्योति कोरवा( उम्र30) को मंगलवार शाम उसके पति सुदेश्वर कोरवा एवं गांव के चार लोगों की मदद से खाट पर 8 किमी दूर बूढ़ा नदी पार कर तिलईटाँड़ तक लाया गया।फिर तिलईटांड से एम्बुलेंस के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महुआडांड लाया गया।जहा मंगलवार की शाम 7 बजे उस आदिम जनजाति गर्भवती महिला ने जुड़वा लड़के को जन्म दिया।
एम्बुलेंस के जगह चारपाई को बनाया अस्थायी स्ट्रेचर
ज्ञात हो की ग्राम तीसिया गांव जहा 30 घर है,तीसिया ग्राम से चेतमा मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए सड़क कच्ची एवं जंगल के रास्ते से होकर आठ किलोमीटर की दूरी तय कर आना पड़ता है,इस दौरान दो नदी पड़ती है पहली नदी बूढ़ा और दूसरी नदी टेटूक पड़ती है।बरसात मे किसी भी वाहन से तीसिया ग्राम तक पहुंचना असंभव है।
ग्रामीणों ने गर्भवती महिला एक अस्पताल लाने के लिए चारपाई को स्ट्रेचर बनाकर अस्पताल पहुंचे।
इस सम्बंध मे चेतमा की एन एम रीना एक्का ने बताया की तीसिया ग्राम अति पिछड़ा क्षेत्र है।मेरा पोषण क्षेत्र है,टीकाकरण समेत अन्य कार्य मे भी बहुत परेशानी होती है।गाड़ी जंगल मे छोड़कर पैदल जाना पड़ता है।बरसात के दिन मे परेशानी दुगनी हो जाती हैं।