नई दिल्ली (आरएनएस)। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के साथ गठबंधन को लेकर भाजपा की बातचीत शुरू हो गई है। दिल्ली दौरे पर आए राज ठाकरे के साथ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े मुलाकात कर रहे हैं।
तावड़े महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं और महाराष्ट्र भाजपा के बड़े नेता माने जाते हैं।
आपको बता दें कि मनसे प्रमुख भाजपा के आला नेताओं से मुलाकात करने के लिए बीती देर रात दिल्ली आए थे।
यह माना जा रहा है कि विनोद तावड़े के साथ हुई मुलाकात के दौरान अगर बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ी, तो राज ठाकरे भाजपा के आला नेता अमित शाह या जेपी नड्डा से आज ही मुलाकात कर सकते हैं।
राज ठाकरे के एनडीए गठबंधन में शामिल होने से भाजपा को महाराष्ट्र में फायदे की उम्मीद है। राज ठाकरे स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के भतीजे और उन्हीं की स्टाइल में फायर ब्रांड राजनीति करने के लिए जाने जाते हैं।
पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री पद से दिया इस्तीफा, लोकसभा की एक भी सीट नहीं मिलने से थे नाराज
नई दिल्ली (आरएनएस)। एनडीए की सीट शेयरिंग में खाली हाथ रहने के बाद आरएलजेपी चीफ पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। पशुपति पारस ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर इस्तीफा दे दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरे और मेरी पार्टी के साथ नाइंसाफी हुई। प्रेस कांफ्रेंस में पशुपति पारस ने कहा कि उन्हें एक भी सीट नहीं दी गई। पशुपति पारस मोदी सरकार में खाद्य और प्रसंस्करण मंत्री थे।
बता दें कि सीट शेयरिंग में चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) को 5 लोकसभा मिलने से पशुपति पारस नाराज हैं। उन्हें सबसे बड़ी नाराजगी इस बात की है कि उनकी पार्टी को एक भी सीट नहीं दी गई। साथ ही सीट शेयरिंग की घोषणा से पहलें उनसे बात तक नहीं की गई। बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीटों के बंटवारे का ऐलान हो चुका है। बंटवारे के तहत, बीजेपी एक बार फिर बड़े भाई की भूमिका में आ गई है। बीजेपी बिहार में 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं जेडीयू के खाते में 16 सीटें आई हैं। अन्य सहयोगी दलों की बात करें तो चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 5, जीतनराम मांझी की पार्टी ॥्ररू को 1 तथा उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल को एक सीट मिली है। लेकिन इसमें पशुपति पारस की आरएलजेपी को एक भी सीट नहीं दी गई है।