गोमिया:- घरेलू उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली का लाभ आठ माह के बाद पुण: मिलने लगा है। इस आशय की जानकारी देते हुए भाकपा राजद जन अभियान के संयोजक एवं झारखंड आंदोलनकारी इफ्तिखार महमूद ने बतलाया कि विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली खपत में अप्रत्याशित वृद्धि दिखलाकर मुफ्त बिजली के लाभ से वंचित कर दिया गया था।
परिणाम स्वरूप जिन उपभोक्ताओं को अगस्त 2023 से मुफ्त बिजली का लाभ मिल रहा था, विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद,दिसंबर 2024 से उन उपभोक्ताओं से भी बिजली बिल के रूप में प्रतिमाह करीब 700/₹ बिल के रूप में लिया जाने लगा।
श्री महमूद ने बतलाया कि उपर्युक्त अन्यायपूर्ण बिजली का राजस्व वसूली पर रोक लगाने के लिए दिनांक 23 अगस्त 25 को बिजली आपूर्ति निगम तेनुघाट प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के कार्यालय कक्ष में संपन्न बैठक के निर्णय के आलोक में घरेलू उपभोक्ताओं को अगस्त 2025 से मुफ्त बिजली का लाभ पुनः दिया जाने लगा है।
श्री महमूद ने बतलाया कि मुफ्त बिजली आंदोलन की उपलब्धि है और इस उपलब्धि से इलाकावासियों को हम वंचित नहीं होने देंगे। जर्जर तार-पोल के रिप्लेसमेंट के संबंध में श्री महमूद ने पुनः जोर दिया। श्री महमूद ने कहा कि ट्रांसफार्मर खराब हो जाने के बाद पोषक क्षेत्र के उपभोक्ताओं से पैसा उगाही करने के बाद ही खराब ट्रांसफार्मर का रिप्लेस होता है और किसी जनप्रतिनिधि से उद्घाटन का ड्रामाबाजी करके पैसा उगाही पर पर्दा डाला जाता है।
श्री महमूद ने कहा कि ख़राब ट्रांसफार्मर रिप्लेसमेंट के लिए उपभोक्ताओं से पैसा उगाही करने पर रोक लगाने की जरूरत है।
इस मौके पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अंचल सचिव सोमर मांझी, सहायक अंचल सचिव देवानंद प्रजापति एवं अनवर रफी, जिला परिषद सदस्य खुर्शीद आलम, भाकपा के साडम के सचिव जीतू सिंह, ओमप्रकाश रविदास इत्यादि मुख्य रूप से उपस्थित थे।