स्वांग 17 सितंबर स्वांग दक्षिणी पंचायत में महिलाओं द्वारा नशा उन्मूलन पर एक महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में विषय प्रवेश कराते हुए बीणा महतो ने कहा कि पंचायत में कम उम्र के बच्चे नशे की गिरफ्त में जा रहे हैं, जिससे सामाजिक ताना-बाना कमजोर हो रहा है।
खासकर बच्चियों और महिलाओं के लिए सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक बन गई है। उन्होंने कहा कि अभिभावक अब शाम के समय बच्चियों को घर से बाहर निकलने से रोकने लगे हैं। महिलाओं ने चर्चा के दौरान यह स्पष्ट किया कि नशा समाज, परिवार और आने वाली पीढ़ी के लिए खतरा है। महिलाओं ने कहा कि नशा केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि सामाजिक बुराई है और इसके खिलाफ ठोस कदम उठाना आवश्यक है।
गोष्ठी में यह भी चर्चा हुई कि जलवायु परिवर्तन और रोजगार के घटते साधनों के कारण आने वाले समय में पंचायत की आर्थिक स्थिति और भी कमजोर हो सकती है। इस संदर्भ में महिलाओं ने कहा कि समाज को न केवल नशा उन्मूलन बल्कि आजीविका और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से भी निपटने के लिए जागरूक होना होगा। शोभा कुमारी ने कहा कि गोमिया प्रखंड की अलग-अलग पंचायतों में नशे के विभिन्न रूप सामने आ रहे हैं, लेकिन समाज अब तक मूकदर्शक बना हुआ है। गोष्ठी के अंत में महिलाओं ने यह संकल्प लिया कि नशा उन्मूलन को लेकर पंचायत स्तर से लेकर गांव-गांव तक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और समाज के बुद्धिजीवियों तथा प्रशासन को भी इस दिशा में सक्रिय करने का प्रयास किया जाएगा।
इस अवसर पर ललिता देवी, सुनीता देवी, सावित्री देवी, आशा देवी, नीतू कुमारी, रूबी देवी, आएं देवी, उषा देवी, कौशल्या देवी, अनीता देवी, रेखा देवी, सुमित्रा देवी, सीता देवी, रीना देवी, द्रोपती देवी समेत दर्जनों महिलाएं उपस्थित रहीं।