बरहरवा।
राजमहल शहर के सूर्य देव घाट मंदिर परिसर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान सप्ताह का सोमवार देर रात भव्य समापन हुआ। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर 12 अगस्त से प्रारंभ हुई इस कथा का 18 अगस्त को समापन हुआ।
गंगा तट पर भक्तिमय वातावरण के बीच “राधे-राधे” और “जय श्रीकृष्ण” के जयकारों के साथ भजन-कीर्तन और मंगल ध्वनियों ने पूरे क्षेत्र को आस्था और उल्लास से भर दिया। श्रद्धालु देर रात तक भागवत महापुराण के अमृतमय वचनों का श्रवण करते रहे और भक्ति में लीन हो गए।
कथा का वाचन वृंदावन धाम से पधारे रासेश्वर शरण महाराज ने किया। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं, गोवर्धन उठाने, माखन चोरी और कुरुक्षेत्र उपदेश सहित अनेक प्रसंगों का भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन प्रेम, करुणा और धर्म की रक्षा का संदेश देता है, जिसे हर इंसान को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए।
आयोजन समिति की ओर से श्रद्धालुओं के लिए उचित व्यवस्था की गई थी। कथा के दौरान प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित हुए और प्रसाद ग्रहण किया।
आयोजन समिति में हरिद्वार से संरक्षक सीताराम बाबा, अध्यक्ष जयदेव दत्ता, सचिव सूरज चौधरी, कोषाध्यक्ष सुबोध साहा, उप कोषाध्यक्ष भोला पंडित, उपाध्यक्ष मणिलाल मंडल, सदस्य विष्णु साहा, अनंत राय और श्रीराम साहा ने सक्रिय भूमिका निभाई।
समापन अवसर पर समिति ने सभी श्रद्धालुओं और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया और इस प्रकार के धार्मिक आयोजनों को समाज में सद्भाव और आस्था को मजबूत करने वाला बताया।