
अनूप कुमार गुप्ता,
न्यूज अप्रैजल प्रतिनिधि, गढ़वा। रक्षाबंधन और आगामी त्योहारों को देखते हुए जिला प्रशासन ने खाद्य सामग्री की गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में सख्त कदम उठाया है। गढ़वा सदर अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) संजय कुमार के नेतृत्व में मंगलवार एवं बुधवार को नकली एवं मिलावटी मिठाइयों के विरुद्ध जिले में बड़े स्तर पर छापेमारी अभियान चलाया गया। इस दौरान तीन प्रमुख मिठाई व्यवसायियों के प्रतिष्ठानों एवं गोदामों पर कार्रवाई की गई।
गोपनीय सूचना के बाद कार्रवाई
मामला तब सामने आया जब एसडीएम को गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि शहर में कुछ मिठाई दुकानों में मिलावटी या एक्सपायरी खाद्य पदार्थों का उपयोग कर नकली मिठाइयों की बिक्री की जा रही है। इस सूचना के आधार पर मंगलवार को मुख्य सड़क स्थित परमपुरी प्लास्टिक दुकान में छापेमारी की गई, जहां लगभग दो कुंटल मिठाई बरामद की गई। जब व्यापारी से इन मिठाइयों से संबंधित लाइसेंस और बिल की मांग की गई, तो वह दस्तावेज दिखाने में असमर्थ रहा।
कमलापुरी मोहल्ला और नदी किनारे गोदाम में भी मिला जखीरा
गहन पूछताछ में व्यापारी ने बताया कि उसका गोडाउन कमलापुरी मोहल्ले में एक आवासीय भवन के चार कमरों में स्थित है। जब टीम वहां पहुंची तो बड़ी मात्रा में मिठाई भंडारित पाई गई, जिनमें कुछ से दुर्गंध भी आ रही थी। इन कमरों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया।
इसके बाद व्यापारी ने यह भी स्वीकार किया कि उसका एक अन्य गोदाम सरस्वती चिकित्सालय वाली गली के अंत में नदी किनारे भी है। यहां जांच के दौरान कई कुंटल मिठाइयों का भंडारण मिला। इस गोदाम को भी सील कर दिया गया।
एक्सपायरी डेट वाला सॉस बरामद
परमपुरी प्लास्टिक के नदी किनारे स्थित गोदाम से 26 गैलन सॉस भी बरामद हुए, जिनमें से प्रत्येक गैलन 5-5 किलो की थी। सभी गैलनों पर चार महीने पूर्व की एक्सपायरी डेट अंकित थी। ऐसे उत्पादों को भी स्वास्थ्य के लिए खतरनाक मानते हुए जब्त कर लिया गया।
संयुक्त जांच दल का गठन
बुधवार को एसडीएम संजय कुमार एवं सिविल सर्जन की संयुक्त अध्यक्षता में आकस्मिक बैठक बुलाई गई। बैठक में मिठाइयों की गुणवत्ता जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित की गई, जिसमें अंचल अधिकारी सफी आलम, खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अंजना मिंज, सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. संजय कुमार एवं प्रभारी थाना प्रभारी को शामिल किया गया। टीम ने मौके पर पहुंचकर खाद्य सामग्री की गुणवत्ता, पैकेजिंग, डेटिंग और लाइसेंस की जांच की।
अनुज्ञप्ति पाई गई त्रुटिपूर्ण
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अंजना मिंज ने जांच के क्रम में बताया कि व्यवसायी द्वारा प्रस्तुत फूड लाइसेंस में मिठाइयों का उल्लेख नहीं है। अतः उनकी अनुज्ञप्ति अमान्य है। एसडीएम ने उक्त फूड लाइसेंस को नियमानुसार रद्द करने की प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं।
उत्पत्ति स्थल का कोई प्रमाण नहीं
व्यवसायी अजय कुमार ने बताया कि मिठाइयां बनारस (फूलपुर) तथा बिहार के औरंगाबाद, गया आदि स्थानों से मंगाई गई हैं। लेकिन वे न तो परिवहन से संबंधित दस्तावेज दिखा सके, और न ही खरीद के बिल प्रस्तुत कर पाए। ऐसे में संदेह की पुष्टि होती देख संबंधित मिठाइयों को जांच के लिए नमूने के रूप में भेजा गया।
मिठाइयों को मौके पर नष्ट किया गया
बिना पैकेजिंग डेट, एक्सपायरी डेट और निर्माता का नाम लिखे हुए संदिग्ध मिठाई पैकेट्स की रासायनिक जांच की गई, जो फेल पाए गए। स्वास्थ्य को खतरा देखते हुए उन्हें मौके पर ही नष्ट करने का निर्णय लिया गया। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी की देखरेख में गड्ढा खोदकर मिठाइयों का निस्तारण किया गया।
एसडीएम ने दिए कड़े निर्देश
एसडीएम संजय कुमार ने खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिया कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत विधिक कार्रवाई प्रारंभ की जाए और संदेहास्पद मिठाइयों को लैब टेस्टिंग के लिए रांची भेजा जाए। साथ ही निर्देशित किया गया कि त्योहारी मौसम में नियमित औचक निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए।
अन्य दुकानों पर भी छापेमारी
बुधवार को भी कार्रवाई जारी रही। दोपहर में एसडीएम ने मनीष प्लास्टिक व एक अन्य दुकान में छापेमारी की। मनीष प्लास्टिक के बाजार समिति स्थित गोदाम से 1 कुंटल 80 किलो नकली मिठाई जब्त की गई। इसका सैंपल भी जांच में फेल पाया गया, जिसके बाद इस पर भी विस्तृत विधिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
डिब्बाबंद मिठाइयों पर भी जांच जारी
छापेमारी के दौरान कुल लगभग 40 कुंटल डिब्बाबंद मिठाइयां भी पाई गईं, जिनमें पैकेजिंग, एक्सपायरी डेट, फूड लाइसेंस और निर्माता की जानकारी उपलब्ध थी। इन्हें प्रथम दृष्टया नष्ट नहीं किया गया, लेकिन उनके भी सैंपल प्राथमिक जांच में फेल पाए गए। विस्तृत जांच हेतु नमूने रांची भेजे गए हैं। एसडीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि जब तक जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं होती, इन मिठाइयों की बिक्री या स्थानांतरण पर प्रतिबंध रहेगा।
मिलावटखोरों में हड़कंप
एसडीएम की इस सख्त कार्रवाई से मिलावटखोरों में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार मंगलवार रात से ही कई अवैध कारोबारी गोदाम खाली कर मिठाई के स्टॉक को इधर-उधर शिफ्ट करने में लगे रहे। लेकिन प्रशासन की तत्परता से बड़ी मात्रा में नकली मिठाइयों को नष्ट कर लोगों के स्वास्थ्य को होने वाले संभावित खतरे को रोका गया।
जनता से अपील
एसडीएम संजय कुमार ने आम लोगों से अपील की है कि वे त्योहारों में सस्ती और संदिग्ध मिठाइयों से परहेज करें। उन्होंने कहा, “कम कीमत के चक्कर में खरीदी गई नकली मिठाइयां भविष्य में गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती हैं। त्योहारों का आनंद सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक मिठाइयों के साथ ही लें।”
सख्ती रहेगी जारी
एसडीएम ने स्पष्ट किया कि यह अभियान एक सतत प्रक्रिया होगी और मिलावट के किसी भी मामले में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं होने देगा और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगा।