
अनूप कुमार गुप्ता,
गढ़वा। जिले के भंडरिया प्रखंड अंतर्गत वर्षों से लंबित मंडल डैम परियोजना को शीघ्र प्रारंभ करने की दिशा में प्रशासन ने गंभीरता दिखाई है। इसी क्रम में रविवार को उपायुक्त दिनेश कुमार यादव और पुलिस अधीक्षक अमन कुमार ने वरीय अधिकारियों के साथ डैम स्थल का दौरा किया। उन्होंने मौके पर पहुंचकर परियोजना से संबंधित वस्तुस्थिति का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान पलामू टाइगर प्रोजेक्ट के उप निदेशक प्रजेश कांत जेना, गढ़वा के अपर समाहर्ता राज महेश्वरम, रंका अनुमंडल पदाधिकारी रुद्र प्रताप, भंडरिया प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार, अंचलाधिकारी राकेश भूषण सिंह सहित अन्य प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
अधिकारियों ने डैम स्थल पर विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं की गहन समीक्षा की। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि परियोजना की शुरुआत शीघ्र की जाएगी, इसके लिए सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि डैम का कार्य प्रारंभ करने से पूर्व सभी तकनीकी, सामाजिक और पर्यावरणीय पहलुओं पर विशेष ध्यान देना अनिवार्य होगा।
मंडल डैम परियोजना को लेकर उपायुक्त श्री यादव ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों इस परियोजना को लेकर गंभीर हैं और अब तक इस पर काफी राशि खर्च की जा चुकी है। इसके बावजूद कुछ तकनीकी और सामाजिक कारणों से यह योजना अब तक अटकी हुई थी। इन्हीं कारणों की समीक्षा के लिए यह निरीक्षण किया गया।
उन्होंने कहा कि डैम से प्रभावित होने वाले ग्रामीणों के पुनर्वास की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है। विस्थापितों के लिए विश्रामपुर क्षेत्र में पुनर्वास स्थल तय किया गया है, जहां उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं और सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कराया जाएगा।
श्री यादव ने यह भी कहा कि आने वाले एक-दो वर्षों में इस परियोजना को चालू करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा, ताकि सिंचाई, जलापूर्ति, पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन के उद्देश्यों की पूर्ति हो सके। उन्होंने अधिकारियों को मुआवज़ा वितरण, पुनर्वास और आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।
परियोजना के सफल कार्यान्वयन से गढ़वा ज़िले को दीर्घकालिक लाभ की अपेक्षा है, जो क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।