
जमशेदपुर : प्राकृतिक अपक्व आहार शिवर के तीसरे दिन देखने को मिला कि लोग नये आहार पद्धति को पूरी तरह से स्वीकार कर चुके हैं। इसकी गहराई में जाकर जीवन को स्वस्थ बनाने की दिशा में अग्रसर हो चुके हैं। शिविर में उपस्थित खास शख्सियत डॉ एच साहनी ( विभागाध्यक्ष, रेडियोलॉजी, टीएमएच ) ने कहा कि शरीर के पास स्वयं को ठीक करने का अद्भुत शक्ति है।
जिसमें प्राकृतिक आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि मेडिकल साइंस में दवाईयां केवल दर्द निवारक और संक्रमण से बचाव के लिए है। इससे आगे नहीं है। असली इलाज़ प्रकृति में है। उन्होंने कहा कि बीमारी का कोई अलग इलाज नहीं है । सब भोजन पर निर्भर है।

बीवी चौहान ने कहा कि किसी को असाध्य बीमारियों से मुक्त होना है तो मीरा जैसी श्रद्धा एवं समर्पण चाहिए।
उधर अंजू बहन ने अध्यात्मिक ज्ञान बांटते हुए कहा कि हमें हमेशा यह स्मरण होना चाहिए कि हम ईश्वर के यहां से आएं हैं और हमें वापस ईश्वर के यहां जाना है।
उन्होंने कहा कि केवल शरीर छोड़ने से आत्मा ईश्वर के पास नहीं पहुंचती है। उसके लिए हमें अपने कर्मों को पवित्र करना होगा। तथा परमात्मा से योग के माध्यम से जुड़ना होगा।