
लातेहार: ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन (AISMJWA) की लातेहार इकाई द्वारा मंगलवार को जिले के डीआरडीए निदेशक प्रभात रंजन को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। यह ज्ञापन राज्यभर में पत्रकारों के खिलाफ बढ़ते फर्जी मुकदमे, हमले और पत्रकार सुरक्षा एवं सम्मान योजना के क्रियान्वयन को लेकर दिया गया। ज्ञापन सौंपने वालों में जिला अध्यक्ष रूपेश अग्रवाल, जिला महासचिव मुबारक आलम सहित कई पत्रकार शामिल थे।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष रूपेश अग्रवाल ने कहा कि झारखंड में पत्रकारों को सरकार द्वारा पूर्व में घोषित सुरक्षा एवं सम्मान योजना से जोड़ने के बजाय उल्टे फर्जी मामलों में फंसा दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई जिलों में पत्रकारों पर अपराधियों द्वारा हमले भी किए जा रहे हैं, लेकिन प्रशासन और सरकार की ओर से इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
जिला महासचिव मुबारक आलम ने जानकारी दी कि करीब तीन वर्ष पूर्व एसोसिएशन की ओर से पत्रकारों पर फर्जी मुकदमों को लेकर कई बार सचिवालय, मुख्य सचिव और पुलिस मुख्यालय को मांग पत्र भेजे गए थे, लेकिन अब तक किसी भी स्तर पर कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने बताया कि आईपीआरडी विभाग ने एक बार सभी जिलों को पत्र भेजकर पत्रकारों से जुड़े मामलों की सूची मांगी थी, लेकिन वह आदेश केवल कागजी साबित हुआ और कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ।
ज्ञापन में एसोसिएशन द्वारा कई महत्वपूर्ण मांगें रखी गई हैं, जिनमें झारखंड राज्य में पत्रकारों पर दर्ज फर्जी मुकदमों की सीआईडी से निष्पक्ष जांच कराना, पत्रकार सुरक्षा एवं सम्मान योजना को पुनः लागू करना, पत्रकारों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू करना ताकि असली-नकली पत्रकारों की पहचान हो सके, पत्रकारों के लिए चल रही बीमा योजना की राशि बढ़ाकर 95 प्रतिशत करना, एक्रिडेशन सुविधा का सरलीकरण और पुनः बहाली, पत्रकार आयोग का गठन और किराए के मकानों में रहने वाले पत्रकारों को भूखंड अथवा आवास उपलब्ध कराना शामिल है।
एसोसिएशन के पलामू प्रमंडल प्रभारी रौशन गुप्ता ने कहा कि पूरे राज्य में फर्जी पत्रकार बनने की मानों फैक्ट्री चल रही है। कई लोग बिना किसी योग्यता और कार्य के सिर्फ “प्रेस” लिखी गाड़ी चला रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों के पंजीकरण की अनिवार्यता की मांग करते हुए कहा कि इससे असली पत्रकारों की पहचान हो सकेगी और फर्जी पत्रकारों पर रोक लगेगी।
ज्ञापन में यह भी मांग की गई है कि किसी भी पत्रकार पर यदि कोई मामला दर्ज होता है तो उसकी जांच केवल डीएसपी रैंक के अधिकारी से ही करवाई जाए ताकि निष्पक्षता बनी रहे। साथ ही फर्जी न्यूज़ पोर्टलों और चैनलों की भी जांच कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की गई है।
इस अवसर पर संगठन के सदस्य राजीव उराँव, मुमताज आलम, नरेंद्र शर्मा और राजेश कुमार सहित कई अन्य पत्रकार भी उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में राज्य सरकार से पत्रकारों के सम्मान, सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा हेतु ठोस कदम उठाने की मांग की।
ज्ञापन सौंपने की यह मुहिम न केवल लातेहार बल्कि पूरे झारखंड राज्य के पत्रकारों की आवाज बन चुकी है, जो पत्रकारिता को सुरक्षित, सम्मानजनक और निष्पक्ष बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है।