
बरहरवा। राजमहल प्रखंड क्षेत्र में रविवार को बंगाली समाज के महिलाओं के द्वारा जमाई षष्ठी मनाया गया। ज्येष्ठ मास के शुक्लपक्ष की छठी तिथि पर बच्चों एवं जमाई (दामाद) की दीर्घायु के लिए जमाई षष्ठी का व्रत किया जाता है। शहर के हाटपाड़ा, बर्मन कॉलोनी, नयाबाजार, महाजन टोली, नीलकोठी, कासिम बाजार, नयाबाजार, बंगाली पाड़ा, मधुसूदन कॉलोनी, मटियाल आदि प्रखंड क्षेत्र के लखीपुर ,जामनगर, फुलवरिया , काजी गांव,मंडई आदि गांवों में विभिन्न मंदिरों के समीप बरगद वृक्ष के नीचे पुरोहित के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूरे विधि विधान से षष्ठी देवी का पूजा अर्चना कर सुहागिन महिलाओं ने अपने बच्चों एवं जमाई के दीर्घायु होने की कामना को लेकर पूजा अर्चना की।
मान्यता के अनुसार इस व्रत में सासु मां द्वारा दामाद को ताल के पत्ते से बने पंखे से हवा करने का रिवाज है। इस दिन पहले डाली(टोकरी) में फल, फूल और मिठाई सजाकर उपवास रखकर बेटी और दामाद द्वारा दिया हुआ नया कपड़ा पहनकर पूजा करने का रिवाज हैं। जिसे पहनकर सुहागिनों द्वारा पीपल वृक्ष के नीचे सुहाग की रक्षा की मनोकामना को लेकर रक्षा सूत्र बांधा जाता है।
इस पूजा में 21 प्रकार के फल और 6 प्रकार के मिष्ठान अनिवार्य हैं। साथ ही दामाद के लिए विभिन्न प्रकार के पकवान बनाकर परोसा जाता है और दामाद को नए वस्त्र दिया जाता है।
मौके पर पुरोहित राजकुमार पांडे, रिंकु साहा, प्रतिमा साहा, अंजना चौधरी, आशा चौधरी, हेमा साहा,प्रणती साहा,रीयांस साहा, वर्नाली साहा, श्वेता साहा,प्रिया कुमारी, श्वेता कुमारी, प्रभाती चौधरी, प्रज्ञा,ओम, रिशु, खुशी कुमारी, आदि अन्य उपस्थित थे।