बरहरवा। बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर सोमवार को अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से प्रखंड मुख्यालय बरहरवा एवं मिर्जाचौकी के आस-पास के क्षेत्रों में “गृहे-गृहे हवन यज्ञ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन के तहत सैकड़ों घरों में वैदिक परंपरा अनुसार हवन यज्ञ किया गया, जिसमें स्थानीय लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस अवसर पर गायत्री परिवार के प्रखंड समन्वयक सुप्रिया वर्णवाल ने हवन यज्ञ के आध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गायत्री हवन से आयु, आरोग्य, धन, यश, संतान और आत्मा की समृद्धि होती है। हवन वातावरण को शुद्ध करता है, नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है तथा मन को शांत करता है।
सुप्रिया वर्णवाल ने कहा कि वर्तमान समय में जब मानसिक तनाव, बीमारियाँ और पारिवारिक समस्याएँ बढ़ रही हैं, ऐसे में हवन यज्ञ एक सरल और प्रभावशाली उपाय है जो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है। उन्होंने यह भी बताया कि गायत्री हवन करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-शांति एवं समृद्धि आती है।
इस अभियान के माध्यम से लोगों को वैदिक संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया गया, जिससे समाज में आध्यात्मिक चेतना का प्रसार हो सके। गायत्री परिवार की यह पहल क्षेत्र में सराहना का विषय बनी हुई है।
कार्यक्रम में कई स्थानों पर सामूहिक हवन भी किए गए, जहाँ बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भागीदारी देखने को मिली। स्थानीय लोगों ने इसे एक प्रेरणादायक और सकारात्मक प्रयास बताया।