बरहड़वा, साहिबगंज: जीआरपी बरहड़वा ने रविवार को रेलवे स्टेशन परिसर से 4 लाख 12 हजार रुपये के जाली नोट के साथ दो लोगों को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पंजाब राज्य के तीर्थ सिंह और इंद्रप्रीत सिंह के रूप में की गई है। यह कार्रवाई धनबाद रेल पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार के निर्देश पर की गई, जिसमें बरहड़वा जीआरपी ने गुप्त सूचना के आधार पर त्वरित छापेमारी कर इस तस्करी को पकड़ा।
सोमवार को मामले की जानकारी देते हुए अवर निरीक्षक बुद्धेश्वर उरांव ने बताया कि बरहड़वा रेलवे स्टेशन पर रविवार अहले सुबह जांच अभियान चलाया गया था। इसी दौरान स्टेशन के टिकट बुकिंग काउंटर के पास दो संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर उनके बैग की तलाशी ली गई, जिसमें 500-500 रुपये के नकली नोटों की कई गड्डियां बरामद हुईं। जब इन नोटों की जांच की गई, तो वे जाली पाए गए। कुल जाली रकम 4 लाख 12 हजार रुपये थी।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से तीन मोबाइल फोन और पटना के लिए जनरल टिकट भी बरामद किया गया। पूछताछ में उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने ये जाली नोट पश्चिम बंगाल के विप्लव घोष नामक व्यक्ति से बरहड़वा थाना क्षेत्र के नयनटोला मिर्जापुर स्थित कालू घोष के घर पर प्राप्त किए थे। बताया गया कि दो लाख रुपये असली देकर चार लाख बारह हजार के जाली नोट लिए गए थे। शनिवार रात वे वहीं ठहरे और रविवार सुबह विप्लव घोष ने उन्हें रेलवे फाटक के पास छोड़ा था।
बरहड़वा थाना पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में तत्काल छापेमारी कर कालू घोष को हिरासत में लिया गया, जिससे पूछताछ की जा रही है। वहीं, विप्लव घोष की गिरफ्तारी के लिए पश्चिम बंगाल में छापेमारी की गई, लेकिन उसने अपना मोबाइल बंद कर दिया, जिससे लोकेशन ट्रैक नहीं हो सकी और वह फरार हो गया।
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह पहले भी दो बार जाली नोट पंजाब में खपा चुका है और इस बार तीसरे प्रयास में पकड़ा गया। बरहड़वा झारखंड-बंगाल सीमा क्षेत्र में स्थित है, जो कलियाचक जैसे क्षेत्रों के करीब है, जो पहले से ही जाली नोट और तस्करी के मामलों में कुख्यात रहा है। पुलिस पूरे नेटवर्क की तलाश में जुट गई है।