
बरहरवा/मंडरो:
सोमवार को मंडरो प्रखंड के अंतर्गत सभी सरकारी एवं गैर-सरकारी विद्यालयों में संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। विभिन्न विद्यालयों में उनके योगदान को याद करते हुए विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
मिर्जाचौकी स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय मिर्जाचौकी और उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय बड़तल्ला नयाटोला सहित अनेक स्कूलों में डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर विद्यालयों में विशेष प्रार्थना सभा, भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
प्रधानाध्यापक छबिलाल पासवान ने छात्रों को डॉ. अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश देते हुए कहा कि बाबा साहब ने न केवल भारतीय संविधान की रचना की, बल्कि समाज में समानता, शिक्षा और अधिकारों की लड़ाई के प्रतीक भी बने। उन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा के महत्व को समझने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करने की प्रेरणा दी।
इस कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षकगण मोहम्मद अली अंसारी, अमरेश कुमार, संतोष चौधरी, कुमारी संगीता, स्वर्ण कुमारी एवं चन्द्रकांत ठाकुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
कार्यक्रम में बाल संसद के सदस्य मुस्कान कुमारी, नंदनी कुमारी, मेघा कुमारी, रचना कुमारी, गुंजा कुमारी, प्रेम कुमार, करण कुमार, कमलेश हेम्ब्रम एवं सनत मुर्मू भी उपस्थित थे। बच्चों ने डॉ. अंबेडकर पर आधारित भाषण और कविताओं के माध्यम से उनके जीवन और विचारों को साझा किया।
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