
“लोगों की समस्याओं का त्वरित निवारण जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता” — उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता
लातेहार — आम जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान और पारदर्शी शासन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने हेतु उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में मंगलवार को साप्ताहिक जन शिकायत निवारण शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम उपायुक्त कार्यालय कक्ष में संपन्न हुआ, जिसमें जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए ग्रामीणों ने अपनी-अपनी समस्याएं रखीं।
जन शिकायत निवारण शिविर में कुल 10 आवेदन प्राप्त हुए, जो मुख्य रूप से भूमि विवाद, जमीन अधिग्रहण से संबंधित मुआवजा, और सेवा पुस्तिका निर्गत न होने जैसी समस्याओं से जुड़े थे। प्रत्येक शिकायतकर्ता की समस्या को उपायुक्त ने गंभीरता से सुना और संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया।
श्री गुप्ता ने स्पष्ट शब्दों में अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रत्येक आवेदन का भौतिक सत्यापन करें और बिना किसी लापरवाही के समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिले के प्रत्येक नागरिक की समस्या का समाधान करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है, और इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उपायुक्त ने उपस्थित जनता से बातचीत के क्रम में भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान न्यायोचित और पारदर्शी तरीके से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन जनसुनवाई को केवल औपचारिकता नहीं मानता, बल्कि इसे जनता के साथ संवाद और विश्वास निर्माण का जरिया मानता है।
शिविर में यह भी जानकारी दी गई कि उपायुक्त के निर्देशानुसार प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को जिला, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर जन शिकायत निवारण शिविर का आयोजन अनिवार्य रूप से किया जाता है। इन शिविरों में अधिकारियों को मौजूद रहना होता है, ताकि आम लोगों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें और उनकी समस्याओं का समाधान एक ही मंच पर हो सके।

श्री गुप्ता ने कहा कि कई मामलों में विभागीय लापरवाही के कारण लोगों को बार-बार शिकायतें करनी पड़ती हैं, जिससे प्रशासन की छवि धूमिल होती है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि कोई भी शिकायत लंबित पाई गई या अनावश्यक विलंब हुआ, तो जिम्मेदार पदाधिकारी के विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
जन शिकायत शिविर के दौरान उपायुक्त ने सभी उपस्थित लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया और उन्हें आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन उनके साथ खड़ा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी समस्याओं को बेहिचक सामने रखें और समाधान की प्रक्रिया में सहयोग करें।
इस मौके पर विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी भी उपस्थित थे, जिनमें भूमि सुधार उपसमाहर्ता, अंचलाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, ग्रामीण विकास विभाग के प्रतिनिधि समेत अन्य अधिकारीगण शामिल थे। सभी ने मौके पर ही कई आवेदनों की छानबीन कर प्राथमिक जानकारी एकत्र की और शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया।
अंत में उपायुक्त ने अधिकारियों को एक बार फिर निर्देशित किया कि प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लें और “लोगों को राहत देना प्रशासन का उद्देश्य है, न कि उन्हें परेशान करना।” उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में जन शिकायत निवारण की प्रक्रिया को और अधिक तकनीकी रूप से सक्षम एवं जनहितैषी बनाया जाएगा।