
उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी, 20 अप्रैल तक लक्ष्य पूरा करने का निर्देश
लातेहार जिले के टाऊन हॉल में उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य जिले के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए शत प्रतिशत नामांकन और पारगमन (Transition) को सुनिश्चित करना था।
कार्यशाला में जिले के सभी प्राचार्य, प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक, वार्डन, CRP, BRP, BEEO, BPO समेत जिला शिक्षा अधीक्षक एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी उपस्थित रहे। उपायुक्त ने उपस्थित सभी स्टेकहोल्डरों को निर्देशित किया कि 20 अप्रैल तक यह कार्य हर हाल में पूरा किया जाना चाहिए।
उपायुक्त के निर्देश:

- सभी स्कूलों में विद्यार्थियों का शत प्रतिशत नामांकन एवं पारगमन (Transition) सुनिश्चित किया जाए।
- स्कूल टैगिंग, मिडिल स्कूल से उच्च विद्यालय, निकटतम विद्यालय, एवं वर्गवार ट्रांजिशन को सही ढंग से लागू किया जाए।
- CRP और BRP को अपने क्षेत्र के विद्यालयों में व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
- कक्षावार रिपोर्ट प्रखंड कार्यालय को दी जाए और उसका समेकित प्रतिवेदन जिला कार्यालय तक पहुंचे।
- सभी स्कूलों में सभी शिक्षक नामांकन एवं ठहराव सुनिश्चित करने में अनिवार्य रूप से सहयोग करेंगे।
शिशु पंजी एवं नामांकन पर विशेष जोर:
शिशु पंजी के अद्यतन कार्य के दौरान संबंधित शिक्षक अपने टैग किए गए टोला, मोहल्ला, गांव के बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करेंगे। साथ ही, बच्चों के विद्यालय में ठहराव और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी।
आपसी समन्वय पर बल:
कार्यशाला में यह भी कहा गया कि प्राचार्य, प्रधानाध्यापक, प्रभारी शिक्षक, CRP और BRP आपसी समन्वय से कार्यों का समय पर निष्पादन करें। इस दौरान UDISE PLUS, आधार कार्ड, बैंक खाता, और मध्यान भोजन योजना (SMS) जैसे विषयों पर भी विस्तृत चर्चा की गई।

मुख्य बिंदु:
- नामांकन के साथ-साथ ठहराव और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष ध्यान।
- शिशु पंजी अद्यतन, आधार, बैंक खाता, मिड डे मील से जुड़ी योजनाओं पर फोकस।
- CRP और BRP की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय की गई।
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों, शिक्षकों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय होगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी।
कार्यशाला में शिक्षा विभाग से जुड़े सभी प्रमुख पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे और आगामी कार्ययोजना को लेकर मार्गदर्शन प्राप्त किया। कार्यशाला से यह स्पष्ट हो गया कि जिला प्रशासन शैक्षणिक सत्र 2025-26 को लेकर पूरी तरह गंभीर और सक्रिय है।