नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक महिला सिविल इंजीनियर की निर्मम हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यह वारदात जितनी दर्दनाक है, उससे कहीं ज्यादा चौंकाने वाला है हत्यारे की पहचान। महिला की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके अपने पति ने की। अब इस मामले में पुलिस ने आरोपी पति नूर उल्ला हैदर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मृतका की पहचान 42 वर्षीय आसमा के रूप में हुई है, जो एक सिविल इंजीनियर थीं। पुलिस द्वारा कराई गई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि आसमा की मौत सिर पर हथौड़े से किए गए वार के कारण हुई। वार इतना घातक था कि सिर से तेज खून बहने लगा, जिससे ब्रेनहेमरेज हो गया और वह कोमा में चली गईं। बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पति को था पत्नी पर शक

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी नूर उल्ला हैदर को अपनी पत्नी पर शक था। उसे लगता था कि आसमा फोन पर किसी और से बात करती है। इसी शक ने उसके मन में जहर घोल दिया और अंततः उसने अपनी पत्नी की जान ले ली। पुलिस ने बताया कि यह घटना शुक्रवार को नोएडा के सेक्टर-15 स्थित उनके घर में हुई थी, जहां पति ने गुस्से में आकर हथौड़े से आसमा के सिर पर कई बार वार किए।
बेटे ने दर्ज कराई शिकायत, पिता के खिलाफ दी गवाही
इस मामले में सबसे दुखद पहलू यह रहा कि हत्या का चश्मदीद खुद उनका बेटा था, जो अपने पिता के खिलाफ थाने पहुंचा और हत्या की शिकायत दर्ज कराई। बेटे ने बताया कि उसके पिता को लंबे समय से मां पर शक था और वे अक्सर झगड़ा करते रहते थे। घटना के समय भी घर में कहासुनी हो रही थी, जो धीरे-धीरे हिंसा में बदल गई।
मौके पर पहुंची पुलिस, आरोपी को भेजा गया जेल
घटना की सूचना मिलते ही फेज वन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी पति नूर उल्ला हैदर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया है और बताया कि उसने गुस्से और शक के चलते इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
बताया जा रहा है कि नूर उल्ला हैदर और आसमा की शादी साल 2005 में हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं – एक बेटा जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है और एक बेटी जो कक्षा आठवीं में पढ़ती है। पूरा परिवार नोएडा सेक्टर 15 के ढाई मंजिला मकान के पहले माले पर रहता था, जबकि ग्राउंड फ्लोर को पीजी के रूप में किराए पर दिया गया था।
परिवार में किसी को भी इस बात का अंदेशा नहीं था कि पति-पत्नी के बीच की अनबन इस हद तक बढ़ जाएगी कि जानलेवा हमला हो जाएगा। आस-पड़ोस के लोग आसमा को एक शांत और मेहनती महिला बताते हैं। उनकी मौत से मोहल्ले में भी शोक की लहर है।
महिलाओं की सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस वारदात ने एक बार फिर घरेलू हिंसा और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक पढ़ी-लिखी, आत्मनिर्भर महिला जो अपने परिवार के लिए दिन-रात मेहनत कर रही थी, उसे अपने ही घर में अपने सबसे करीबी इंसान से जान गंवानी पड़ी।
विशेषज्ञों का कहना है कि शक की बीमारी और गुस्से का अंधापन अगर समय रहते नहीं रोका जाए तो ऐसे ही दिल दहला देने वाले अपराध होते हैं। यह घटना समाज को यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि आज भी महिलाएं घर में कितनी सुरक्षित हैं।
आगे की जांच जारी
फिलहाल पुलिस ने हत्या के मामले में IPC की धारा 302 के तहत केस दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी प्रक्रिया चल रही है। पुलिस आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य, आपसी संबंधों और पारिवारिक झगड़ों के इतिहास की भी जांच कर रही है, ताकि इस हत्याकांड के पीछे के सभी पहलुओं को स्पष्ट किया जा सके।
इस दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। लोग अब यही सवाल कर रहे हैं कि जब घर ही असुरक्षित हो जाए, तो महिलाएं आखिर कहां जाएं?