
रांची में भाजपा नेता अनिल महतो उर्फ़ अनिल टाइगर की हत्या के विरोध में आज व्यापक बंद का आयोजन किया गया। भाजपा, आजसू और झारखंड लोककल्याण मंच (जेएलकेएम) सहित कई संगठनों ने इस बंद का समर्थन किया। बंद के दौरान सुबह से ही विभिन्न चौक-चौराहों पर प्रदर्शनकारियों ने मार्ग अवरुद्ध कर दिया, जिससे शहर में यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई।
सुबह से ही सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी
बंद का असर सुबह 9 बजे से ही दिखने लगा। अरगोड़ा चौक, अलबर्ट एक्का चौक, कचहरी चौक, डोरंडा, और लालपुर जैसे प्रमुख क्षेत्रों में प्रदर्शनकारियों ने रास्ता जाम कर दिया। भाजपा समर्थकों ने अरगोड़ा चौक पर टायर जलाकर विरोध जताया, जिससे मार्ग अवरुद्ध हो गया। कई अन्य स्थानों पर भी सड़कों पर बैरिकेडिंग कर यातायात को बाधित किया गया।
व्यापार और परिवहन पर असर
रांची बंद का व्यापक असर स्थानीय व्यापार और परिवहन पर पड़ा। शहर के प्रमुख बाजारों में दुकानें बंद रहीं। सार्वजनिक परिवहन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई। ऑटो और बस सेवाओं पर भी बंद का प्रभाव दिखा, जिससे यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

प्रशासन ने बढ़ाई सुरक्षा
बंद को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। रांची पुलिस ने प्रमुख चौक-चौराहों पर सुरक्षा बल तैनात किए हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि उपद्रवियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
परिजनों को न्याय दिलाने की मांग
प्रदर्शनकारी अनिल महतो के हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। भाजपा नेताओं ने कहा कि अगर जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा हो सकता है, जिसकी उच्चस्तरीय जांच आवश्यक है।
स्थिति सामान्य करने की कोशिश
प्रशासन स्थिति को सामान्य करने की कोशिश कर रहा है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। बंद के कारण आम जनता को हो रही परेशानियों को देखते हुए प्रशासन जल्द से जल्द यातायात बहाल करने का प्रयास कर रहा है।
रांची बंद का असर पूरे दिन बना रहेगा और राजनीतिक दलों के अगले कदम पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।