
गढ़वा जिले के रंका थाना क्षेत्र के गोदरमाना बाजार में सोमवार को एक पटाखा दुकान में लगी भीषण आग ने तबाही मचा दी। इस हादसे में दो बच्चों समेत पांच लोगों की झुलसकर दर्दनाक मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज अस्पताल भेजा गया। इस घटना के बाद पूरे इलाके में शोक का माहौल है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस हादसे पर गहरा दुख जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
आग पर काबू पाने में जुटी पुलिस और दमकल की टीम
पटाखा दुकान में लगी आग इतनी भयावह थी कि उसकी लपटें दूर-दूर तक दिखाई दे रही थीं। आग लगने की सूचना मिलते ही रंका पुलिस मौके पर पहुंची और रामानुजगंज से पहुंची दमकल टीम की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। स्थानीय लोगों ने भी आग बुझाने में मदद की, लेकिन तब तक दुकान में मौजूद पांच लोगों की मौत हो चुकी थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पटाखा दुकान में अचानक आग भड़क उठी, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। दुकानदार और अंदर मौजूद लोग घबरा गए और जान बचाने के लिए शटर गिराकर दुकान के अंदर ही छिप गए। लेकिन यह फैसला उनके लिए घातक साबित हुआ, क्योंकि आग तेजी से फैल गई और दम घुटने की वजह से उनकी मौत हो गई।
घटना में एक बाइक भी जलकर हुई राख
इस भीषण अग्निकांड में दुकान के बाहर खड़ी एक बाइक भी आग की चपेट में आ गई और जलकर राख हो गई। आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट या पटाखों के संपर्क में आने से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस मामले की विस्तृत जांच में जुटी हुई है।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है, वहीं घायल लोगों का इलाज जारी है। प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया गया है। इस हादसे से स्थानीय लोग दहशत में हैं, और बाजार के अन्य दुकानदारों ने भी अपनी दुकानों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जताया दुख
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना को लेकर गहरा शोक व्यक्त किया और सोशल मीडिया पर लिखा, “गढ़वा जिले के गोदरमाना बाजार में पटाखा दुकान में आग लगने से पांच लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें। प्रशासन हर संभव सहायता में जुटा है।”
स्थानीय प्रशासन अलर्ट, सुरक्षा मानकों की जांच के आदेश
इस दर्दनाक हादसे के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। जिले के अधिकारियों को पटाखा दुकानों और विस्फोटक पदार्थ बेचने वाले व्यवसायियों की सुरक्षा मानकों की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन यह सुनिश्चित करने में लगा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
क्या थी हादसे की वजह?
हालांकि आग लगने के सही कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरुआती जांच में निम्नलिखित कारणों की संभावना जताई जा रही है—
- शॉर्ट सर्किट – दुकान में लगे किसी बिजली के उपकरण में खराबी के कारण आग लग सकती है।
- पटाखों में विस्फोट – दुकान में रखे पटाखों में अचानक विस्फोट होने से आग फैल सकती है।
- लापरवाही – अगर दुकान में सुरक्षा मानकों का सही से पालन नहीं किया गया हो, तो यह हादसा हो सकता है।
स्थानीय लोगों में रोष, प्रशासन से मुआवजे की मांग
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में रोष है। उनका कहना है कि प्रशासन को पटाखा दुकानों की निगरानी करनी चाहिए और सुरक्षा उपायों को लेकर सख्ती बरतनी चाहिए। स्थानीय लोगों और मृतकों के परिजनों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। प्रशासन का कहना है कि मुआवजे को लेकर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
आग से बचने के लिए क्या करें?
इस घटना से सीख लेते हुए, अग्निकांड से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी जरूरी हैं—
- पटाखा दुकानों में आग बुझाने के पर्याप्त साधन उपलब्ध होने चाहिए।
- बिजली के उपकरणों की समय-समय पर जांच होनी चाहिए।
- पटाखों को सही तरीके से स्टोर किया जाना चाहिए, ताकि वे आसानी से आग की चपेट में न आएं।
- अगर आग लग जाए तो घबराने की बजाय, सुरक्षित स्थान पर भागना चाहिए और तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचित करना चाहिए।