
बरहरवा:- बांझी बाजार में आयोजित तीन दिवसीय नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का समापन गुरूवार को पूर्णाहुति व हवन-यज्ञ के साथ हो गया। गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार से आए पंडितों द्वारा नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ व संस्कार महोत्सव का आयोजन किया गया।
शांति कुंज हरिद्वार से आए आचार्यो ने वेद मंत्रों के साथ देवी-देवताओं का आहवाहन कर यज्ञ के लिए बने अग्नि कुंडों में अग्नि प्रज्जवलित की। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गायत्री मंत्रोच्चारण के साथ आहुतियां दी।
पुरा बांझी बाजार का यज्ञ स्थल गुंजयमान हो उठा। हरिद्वार से आए टोली नायक पुरोहित अनिल ने कहा कि गायत्री मंत्र सबसे शक्तिशाली मंत्र है। जिसके जाप से माता गायत्री की कृपा होती है।

इससे पापों की मुक्ति,मन की शांति और हृदय की मजबूती मिलती है। उन्होंने सभी को प्रतिदिन एक माला गायत्री मंत्र का जाप करने की सलाह दी।
अंतिम दिन विभिन्न प्रकार के संस्कार कराए गए। कार्यक्रम के समापन पर सामूहिक आरती का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्वालुओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। गायत्री महायज्ञ को सफल बनाने में संयोजक शुशील भगत, शिव शंकर प्रसाद निराला, गौरव पाण्डेय, विष्णु जायसवाल,प्रलाद्ध भगत, अमन कुमार, श्रीकांत भगत, संजय कुमार,अमित साह,रोशन साह , अनिश साह, कुंदन साह सहित सैकड़ों गायत्री परिवार के लोग शामिल थे।