
हजारीबाग: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी), हजारीबाग की ट्रैप टीम ने सिमरिया अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर (गोपनीय) आफताब अंसारी (32) को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद जेल भेज दिया गया है। इस कार्रवाई से सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कड़ा संदेश गया है।
आवेदनकर्ता ने की थी शिकायत
इस संबंध में एसीबी हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक कार्यालय से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है। विज्ञप्ति में बताया गया कि सिमरिया थाना क्षेत्र के इचाक नावाटांड़ निवासी अनिल कुमार ने आवेदन देकर भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। अनिल कुमार ने बताया कि उन्होंने सिमरिया थाना नंबर 211, खाता संख्या 22, प्लॉट संख्या 1166, रकबा 88 डिसमिल में से 31.5 डिसमिल भूमि की मापी के लिए भूमि सुधार उपसमाहर्ता सिमरिया के न्यायालय में एक अपील दायर की थी।
इस अपील का वाद संख्या 21/23-24 है। जब अनिल कुमार ने अपने वाद की स्थिति जानने के लिए भूमि सुधार उपसमाहर्ता कार्यालय में तैनात स्टेनो आफताब अंसारी से संपर्क किया, तो आरोपी ने निर्णय को अनिल कुमार के पक्ष में लिखवाने के लिए 60 हजार रुपये की मांग की।
रिश्वत नहीं देना चाहते थे शिकायतकर्ता
आवेदनकर्ता अनिल कुमार ने रिश्वत देने से इनकार किया और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से इसकी शिकायत की। एसीबी ने उनकी शिकायत को गंभीरता से लिया और सत्यापन किया। जांच के दौरान यह प्रमाणित हुआ कि आरोपी आफताब अंसारी ने अनिल कुमार से 10 हजार रुपये की अग्रिम राशि की मांग की थी। इसके बाद एसीबी ने कार्रवाई करने का निर्णय लिया।
रंगे हाथों गिरफ्तार हुआ आरोपी
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हजारीबाग की ट्रैप टीम ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और रिश्वत की रकम लेते हुए आरोपी आफताब अंसारी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने अपने प्रेस बयान में कहा कि सरकारी कार्यालयों में पारदर्शिता बनाए रखने और रिश्वतखोरी को समाप्त करने के लिए इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। आम जनता को भी किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के मामले में सतर्क रहने और ऐसे मामलों की सूचना एसीबी को देने की अपील की गई है।
हजारीबाग में एसीबी की लगातार कार्रवाई
हजारीबाग में एसीबी की यह पहली कार्रवाई नहीं है। हाल के वर्षों में कई सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। इससे स्पष्ट होता है कि भ्रष्टाचार सरकारी तंत्र में गहराई तक फैला हुआ है। हालांकि, एसीबी की सक्रियता के कारण भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने में सफलता मिल रही है।
आम जनता को संदेश
इस कार्रवाई से स्पष्ट संदेश जाता है कि यदि कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जनता को चाहिए कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं और जरूरत पड़ने पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की मदद लें।