बरहरवा। अखिल विश्व गायत्री परिवार शाखा-बांझी बाजार के तत्वाधान में आगामी 4 मार्च से 6 मार्च तक आयोजित नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ सह संस्कार महोत्सव की तैयारियों के तहत मंगलवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। इस धार्मिक यात्रा में बांझी बाजार सहित आसपास के गांवों से सैकड़ों श्रद्धालु, महिलाएं एवं कन्याएं शामिल हुईं। सभी श्रद्धालु पीतांबर वस्त्र धारण कर गाजे-बाजे के साथ बांझी बाजार हाट पाड़ा दुर्गा मंदिर से जलभरने के लिए पैदल नदी की ओर रवाना हुए। मंत्रोच्चार एवं श्रद्धा के साथ जल भरकर वे पुनः यज्ञ स्थल पहुंचे, जहां विधिवत कलश स्थापना की गई।
भव्य कलश यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
कलश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा गया। महिलाओं और कन्याओं ने सिर पर कलश धारण कर संकीर्तन करते हुए पूरे मार्ग में भक्ति का वातावरण बना दिया। भक्तों के जयकारों से संपूर्ण क्षेत्र भक्तिमय हो गया। आयोजकों ने बताया कि यह गायत्री महायज्ञ मानव कल्याण, आध्यात्मिक उत्थान एवं समाज में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
तीन दिवसीय महायज्ञ में होंगे विविध धार्मिक अनुष्ठान
गायत्री महायज्ञ का मुख्य आयोजन 4 मार्च से 6 मार्च तक चलेगा, जिसमें हवन, पूजा-पाठ, प्रवचन एवं संस्कार अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे। यज्ञ के माध्यम से पर्यावरण शुद्धि, मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा जागरण का प्रयास किया जाएगा।
कार्यक्रम के संयोजक सुशील भगत ने बताया कि तीन दिवसीय इस धार्मिक अनुष्ठान में यज्ञ, संस्कार, प्रवचन, भजन-कीर्तन के अलावा विभिन्न समाजोपयोगी कार्यक्रम भी होंगे। इस दौरान विशेष रूप से दीक्षा संस्कार, अन्नप्राशन, नामकरण, विद्यारंभ, यज्ञोपवीत एवं विवाह संस्कार संपन्न कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और आध्यात्मिक जागरूकता का भी माध्यम बनेगा।
गायत्री परिवार के सैकड़ों श्रद्धालुओं की सहभागिता
इस आयोजन में गायत्री परिवार से जुड़े अनेक श्रद्धालु सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। इस पावन अवसर पर विशेष रूप से सुशील भगत, विष्णु जायसवाल, प्रल्हाद भगत, गौरव पांडे, अमित साह, रोशन साह, अनीश साह, कुंदन साह, अमन कुमार, शिव शंकर प्रसाद निराला, श्रीकांत भगत, संजय कुमार सहित सैकड़ों गायत्री भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
गायत्री महायज्ञ का उद्देश्य: मानव कल्याण और शांति
गायत्री परिवार के पदाधिकारियों ने बताया कि यह यज्ञ धर्म, अध्यात्म और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने के साथ-साथ समाज में सकारात्मकता एवं सद्भावना फैलाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। यज्ञ के माध्यम से पर्यावरण की शुद्धि, मानसिक शांति, आत्मिक उन्नति और मानवीय कल्याण का संदेश दिया जाएगा।
इस भव्य आयोजन के लिए तैयारियां जोरों पर हैं, और आयोजन समिति ने अधिक से अधिक श्रद्धालुओं से इस पुण्य कार्य में भाग लेने की अपील की है।