
राँची: राँची पुलिस ने दो लड़कियों के कथित अपहरण के मामले में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। जांच में यह खुलासा हुआ कि दोनों लड़कियां किसी अपहरण का शिकार नहीं हुई थीं, बल्कि उन्होंने पूरी योजना बनाकर घर से फरार होने का फैसला किया था।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी मदद से दोनों लड़कियों को कर्नाटका से बरामद किया गया, साथ ही मुख्य आरोपी और अन्य पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा के अनुसार, मामले की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को यह पता चला कि दोनों लड़कियों का एक युवक के साथ प्रेम प्रसंग था, जिसका नाम मोहम्मद इस्माइल है।
इस्माइल के साथ उनकी बड़ी बहन का संबंध था, लेकिन लड़की के परिवार ने युवक से विवाह की अनुमति देने से इंकार कर दिया था।
इस इंकार के बाद दोनों बहनों ने मिलकर युवक के साथ फरार होने की योजना बनाई और अपहरण की झूठी कहानी रच दी।पुलिस के अनुसार, लड़कियों ने अपने परिवारवालों को फोन कर यह जानकारी दी कि उनका अपहरण कर लिया गया है।
इस सूचना के बाद राँची पुलिस ने पूरी जांच में अपनी टीम को लगा दिया। पुलिस ने लड़कियों के मोबाइल फोन की लोकेशन के आधार पर उनका पीछा किया और लगातार कई घंटों तक छापेमारी की।
इस दौरान, पुलिस ने रेलमार्ग पर भी जांच की, जिससे यह जानकारी मिली कि दोनों लड़कियां और उनका प्रेमी कर्नाटका की ओर यात्रा कर रहे थे।पुलिस की जांच से यह भी पता चला कि लड़कियां अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए इंस्टाग्राम पर सक्रिय रहती थीं और वहां से अपने प्रेमी से लगातार संपर्क करती थीं।
इंस्टाग्राम के माध्यम से ही पुलिस ने लड़कियों तक पहुँचने में सफलता पाई। इसके अतिरिक्त, लड़कियों ने वाईफाई का भी इस्तेमाल किया ताकि उनकी लोकेशन ट्रैक करना पुलिस के लिए कठिन हो सके।
राँची पुलिस की सतर्कता और कर्नाटका पुलिस के सहयोग से दोनों लड़कियों को कर्नाटका में कोडरमा से बरामद किया गया।
मुख्य आरोपी मोहम्मद इस्माइल को गिरफ्तार कर लिया गया, जो कर्नाटका के रायचूर का निवासी है। इसके अलावा, पुलिस ने इस्माइल की मदद करने वाले चार अन्य व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया है।
इनमें राँची के हिंदपीढ़ी निवासी जुनेद आलम, रामगढ़ निवासी मजहर आलम, गढ़वा निवासी इमरान खान और हिंदपीढ़ी के नाला रोड निवासी काशिद फिरोज शामिल हैं।
पूछताछ में लड़कियों ने खुलासा किया कि वे इस्माइल के बहकावे में आकर घर से भागी थीं, हालांकि पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि यदि इस मामले में लड़कियों का कोई दोष सामने आता है, तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल, दोनों लड़कियों की काउंसलिंग की जा रही है।
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि तकनीकी और सामूहिक प्रयासों से पुलिस अपराधों का पर्दाफाश करने में सक्षम है।
राँची पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी रहेगी और यदि आगे कोई नया तथ्य सामने आता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।