
लातेहार:- जिला विधिक सेवा प्राधिकार, लातेहार एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में पुलिस मुख्यालय के सभागार में रविवार को मोटर दुर्घटना दावा अधिकारण (एमएसीटी) की एक जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.इसका उदघाटन सिविल जज-तीन स्वाति विजय उपाध्याय, प्राधिकार के सचिव शिवम चौरसिया, अनुमंडल पदाधिकारी अजय कुमार रजक व मुख्यालय डीएसपी संजीव कुमार मिश्रा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपाध्याय ने कहा कि जब भी कोई दुर्घटना होती है तो पहली प्राथमिकता दुर्घटना में प्रभावित व्यक्ति की जान बचाने की होना चाहिए. उन्होंने कहा कि दुर्घटना से प्रभावित पीडि़त परिवार की स्थिति काफी दयनीय हो जाती है. उसे तत्काल राहत की जरूरत होती है. ऐसे मे पुलिस को तय सीमा के अंदर अनुसंधान कर सारे दस्तावेज संबंधित न्यायालय को सौंप देना चाहिए.

इससे आगे की न्यायिक प्रक्रिया शुरू कर पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने में सहायता मिलेगी. इसके अलावा समुचित मुआवजा की राशि का आंकलन भी एमएसीटी कर सकता है. एमएसीटी में पुलिस अधिकारियों की भूमिका अहम होती है. सबंधित पुलिस अधिकारियों को जिम्मेवार व संवेदनशील होकर जांच प्रतिवेदन समर्पित करना चाहिए. कार्यशाला में बताया गया कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर हिट एंड रन के मामलों के निष्पादन के लिए समिति राज्य के हर जिले में स्थापित है. कार्यशाला में मोटर दुर्घटना में पीडि़त परिवार को समय पर व उचित मुआवजा दिलवाने की प्रक्रिया और सरलीकरण पर चर्चा की गयी. बैठक में को सुरक्षित तौर पर वाहन चलाने की अपील की गयी.