
जमशेदपुर :-कोलकाता से पैदल चलकर जमशेदपुर आ रहीं जैन साध्वी शशि प्रभा जी की खड़गपुर में दर्दनाक मौत हो गई। वो पैदल चल रहीं थी। जबकि साथ चल रहीं दो अन्य साध्वी गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल दोनों साध्वियों को ब्रेन हेमरेज होने की बात बताई जा रही है। यह दुखद समाचार न सिर्फ जैन समुदाय के लिए हैरान करने वाली है बल्कि देश और दुनिया भर के लोग इस घटना से मर्माहत है। यह घटना बुधवार को सुबह 5 बजे घटित हुई।
एक तेज रफ्तार कार चालक पैदल चल रहीं तीनों साध्वियों को कुचलते हुए फरार हो गया। इस घटना में साध्वी शशि प्रभा जी की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। जबकि साथ चल रहीं दो अन्य साध्वी बुरी तरह घायल हो गई। इस दुखद घटना से जैन समुदाय में शोक की लहर है। जमशेदपुर से भारी संख्या में जैन समुदाय के लोग खड़गपुर पहुंचे। बताया गया कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर के पंचकुड़ा थानांतर्गत जानाबाड़ बाइपास के पास यह घटना घटित हुई।
जुगसलाई निवासी एवं मारवाड़ी युवा मंच के मीडिया प्रभारी परितेश जैन ने कहा कि यह बेहद दुःखद घटना घटित हुई है। इस घटना से जैन समुदाय के लोग काफी दुखी है। गुरुवार को शशि प्रभा जी की अंतिम दर्शन एवं अंतिम संस्कार में भाग लेकर कई लोग देर शाम जमशेदपुर लौटे ।
बड़ा सवाल : सुरक्षा के क्या थे इंतजार ?
बड़ा सवाल इतनी सुप्रसिद्ध साध्वी पैदल कोलकाता से चलकर जमशेदपुर आ रहीं थीं फिर सुरक्षा का क्या इंतजाम था ? यह बात हर कोई जानना चाहता है । आम तौर पर किसी खास शख्सियत के आगमन अथवा कार्यक्रम की सूचना विशेष शाखा और जिला पुलिस को जुटानी होती है। जिसके अनुसार उन्हें सुरक्षा एवं स्कॉट मुहैया कराया जाता है। ऐसे में साध्वी शशि प्रभा पैदल यात्रा कर इतनी लंबी दूरी तय कर रहीं थी तो खुफिया विभाग, विशेष शाखा अथवा बंगाल पुलिस कैसे बेखबर रही ? पूरे मामले पर केंद्रीय गृह विभाग को भी संज्ञान लेने की जरूरत है।