
लखनपुर(रामगढ़):- लखनपुर पंचायत की डाक सेवक रितु कुमारी रितु कुमारी ने कहा:इस सम्बन्ध मे पत्रकार को जानकारी साझा करना मैं उचित नहीं समझती दुमका रामगढ़ प्रखंड के लखनपुर पंचायत के निवासी टिंकू कुमार मंडल द्वारा डाक विभाग के शाखा प्रबंधक को लिखित रूप से अर्जी दी गई और जानने का प्रयास किया गया कि आखिर किन कारणों के चलते जो लेटर एक माह पूर्व ही मिल जाना चाहिए था, डाक विभाग द्वारा विलंब किन कारणों से हुई। टिंकू मंडल ने लिखित आवेदन मे बताया कि मेरा एक चिट्ठी जो कि मुझे कोर्ट में लोक अदालत में पेश होना था 9 मार्च 2024 को।लेकिन मेरा चिट्ठी जो लखनपुर के डाकिया रितु कुमारी के द्वारा किसी थर्ड पार्टी प्रतीक नाम का लड़का को भेज के 10 अप्रैल 2024 को मेरा घर में चिट्ठी मेरा मम्मी को दिया है। जबकि जो मुझे कोर्ट में पेश होने का डेट था उससे एक महीना एक दिन के बाद मुझे चिट्ठी मिला है। तो आप ही बताइए सर कि मैं कोर्ट में कैसे पेश हो पाता। लोक अदालत में इस पर विचार किया जाना था,लेकिन लखनपुर के डाकिया रितु कुमारी के लापरवाही ने एक गरीब मजदूर को भटकने के लिए विवश कर दिया।और लखनपुर में पोस्ट ऑफिस सिर्फ नाम मात्र का रह गया है। पोस्ट ऑफिस कभी कभी खुलता है।

महीना दो महीना में एक बार रितु कुमारी आती है और 10 से 15 मिनट बैठकर चल जाती हैयह भी गंभीर विषय है।सरकारी सेवा में रहते हुए भी सरकारी दस्तावेज किसी निजी प्रतीक नामक व्यक्ति से वितरण करवाती हैं और सरकारी आचार संहिता का उल्लंघन कर रही हैं।कहीं न कहीं डाक विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों की मिलीभगत प्रतीत होती हैं। वहीं इस मामले में जब लखनपुर के पोस्टमैन रितु कुमारी से पूछा गया कि डाक विभाग में आप पदस्थापित हैं तो सरकारी पत्र आपने किसी निजी व्यक्ति के हाथों कैसे भेज दिया,तो उन्होंने कहा कि हमारी मजबूरी थी।जब इस संबंध में जानने का प्रयास किया गया कि आखिरकार सरकारी पत्र को किसी निजी व्यक्ति को सुपुर्द किया जाना कहाँ तक उचित है तो लखनपुर डाकघर के पोस्टमैन रितु कुमारी भड़क उठी और कहने लगी कि मैं आपको इस मामले में कुछ नहीं बता सकती हूं। जिसको मेरे कारण समस्या हुआ है मैं टिंकू मंडल को जवाब दुंगी।सरकारी सेवा में रहकर जिस तरह की धांधली की जा रही हैं इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भ्रष्टाचार किस चरम सीमा पार कर चुकी हैं।ज़ब इस बाबत रामगढ़ डाकघर के प्रभारी शाखा प्रबंधक रमेश साह से पूछा गया तो उन्होंने कहा की यदि तीन दिनों के अंदर सम्बंधित व्यक्ति को पत्र नहीं मिल पाता है तो कार्यालय मे सम्बंधित पत्र को जमा किया जाता है।और यदि कार्यालय मे पत्र को तीन दिनों तक मे जमा नहीं किया गया तो यह सर्वथा गलत है।लखनपुर पंचायत के डाक सेवक द्वारा पत्र को पीड़ित व्यक्ति तक ना पहुँचाना गलत है।यदि इस मामले मे पीड़ित व्यक्ति द्वारा लिखित आवेदन दिया जाता है तो कर्मी के विरुद्ध विभागीय जाँच करने के उपरांत दोषी पाए जाने पर दंडात्मक कार्यवाही किया जायेगा।और साथ ही वरीय अधिकारी को पत्र प्रेषित कर निलंबन की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।इस आलोक मे टिंकू मंडल ने शाखा प्रबंधक से आग्रह किया है कि मेरे आवेदन को गंभीरता से लिया जाए और रितु कुमारी के विरुद्ध उच्च स्तरीय जांच कमिटी गठन कर विभागीय जांच शुरू की जाए और तत्काल स्पष्टीकरण मांगा जाए।जांचोपरांत विभागीय स्तर से दंडात्मक कार्यवाही की जाए ताकि लापरवाह डाक विभाग के कर्मचारियों को सबक मिल सकें।अब देखना यह है कि डाक विभाग के वरीय अधिकारियों के द्वारा क्या उच्च स्तरीय जांच कमिटी गठन कर निष्पक्ष जांच कर दोषी के विरुद्ध विभागीय दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।