
हल्द्वानी (आरएनएस)। हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा मामले में पुलिस उपद्रवियों की लगातार गिरफ्तारी कर रही है। पुलिस ने इस मामले में 2 और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया। मंगलवार को हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक के ड्राइवर सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए उपद्रवियों की कुल संख्या अब 94 हो गई।
कई उपद्रवी अभी भी फरार हैं। एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देशन में विभिन्न टीमों का गठन किया गया है। पुलिस टीमों द्वारा घटनास्थलों के आसपास के सीसीटीवी के अवलोकन एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर घटनास्थलों के आसपास स्थित घरों में दबिश दी गई और पथराव, आगजनी व गोलीबारी के तीन मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
इन मुकदमों में पूर्व में 92 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अवैध हथियार व कारतूस बरामद किए गए। हिंसक घटना में संलिप्त अन्य 2 उपद्रवियों को पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बुधवार को फैजान (20 वर्षीय) और शाहनवाज उर्फ सानू (20 वर्षीय) को गिरफ्तार किया है।
(हैदराबाद)जॉब एजेंट के धोखे का शिकार हैदराबाद का शख्स यूक्रेन में रूसी सेना की तरफ से लड़ते हुए मारा गया
हैदराबाद आरएनएस)। जॉब एजेंट के धोखे का शिकार यहां का 30 वर्षीय व्यक्ति यूक्रेन में रूसी सेना की तरफ से लड़ते हुए मारा गया। जॉब एजेंट ने उससे रूस में नौकरी दिलाने का वादा किया था, मगर उसे रूसी सेना में शामिल होने और यूक्रेन के खिलाफ लडऩे के लिए मजबूर किया। मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास ने बुधवार को हैदराबाद के मोहम्मद असफान की मौत की पुष्टि की, लेकिन मौत के कारण का खुलासा नहीं किया।
दूतावास ने ‘एक्सÓ पर एक पोस्ट में कहा, हमें एक भारतीय नागरिक मोहम्मद असफान की दुखद मौत के बारे में पता चला है। हम परिवार और रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं। मिशन उसके पार्थिव शरीर को भारत भेजने का प्रयास करेगा। अफसान की मौत की खबर मिलते ही उसका परिवार सदमे में आ गया। उसके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं – आठ महीने की बेटी और दो साल का बेटा। उसके भाई मोहम्मद इमरान ने कहा कि वे अभी कुछ भी कहने की हालत में नहीं हैं। बाजार घाट इलाके में रहने वाले परिवार को अफसान की मौत की जानकारी हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने दी।रेडीमेड गारमेंट की दुकान में काम करने वाले अफसान को दुबई स्थित एक जॉब एजेंट ने धोखा दिया था। रूसी सेना में सहायक के रूप में नौकरी का वादा किए जाने के बाद वह और दो अन्य लोग पिछले साल नवंबर में शारजाह के रास्ते मास्को गए थे। शुरुआत में उसे 30,000 रुपये प्रति माह देने का वादा किया गया था। एजेंट ने उससे यह भी कहा था कि उसे बाद में डेढ़ लाख रुपये मिलेंगे। अफसान से संपर्क न हो पाने के बाद असफान के परिवार को संदेह हुआ। उन्होंने हैदराबाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और बाद में असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क किया।एआईएमआईएम अध्यक्ष ने 21 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से उन 12 भारतीयों को वापस लाने के लिए कदम उठाने की अपील की, जिन्हें रूसी सेना की तरफ से यूक्रेन से लडऩे के लिए मजबूर किया गया था। उन्होंने कहा कि रूस में इमारतों की सुरक्षा का काम करने गए इन बेरोजगार युवाओं को धोखा दिया गया और उन्हें युद्ध के मोर्चे पर ले जाया गया। इनमें तेलंगाना के दो, कर्नाटक के तीन, कश्मीर के दो और गुजरात और उत्तर प्रदेश के एक-एक युवा शामिल थे।गुजरात का 23 वर्षीय हामिल मंगुकिया 21 फरवरी को रूस-यूक्रेन सीमा पर डोनेट्स्क क्षेत्र में हवाई हमले में मारा गया था। ओवैसी ने कहा था कि तीन एजेंटों ने बेरोजगार युवाओं को यूक्रेन के खिलाफ लडऩे के लिए रूस भेजकर धोखा दिया। एजेंटों में से एक फैसल खान दुबई में है, जबकि सुफियान और पूजा मुंबई से हैं। रमेश और मोईन रूस में भारतीय एजेंट हैं।