जंगल बचाओ अभियान समिति
गुमला रेंज एरिया के कार्यकर्ताओं ने भ्रष्ट अधिकारियों की तीन दवाई: लाथम, जूतम और पिटाई के नारे के साथ गुमला रेंजर के द्वारा की गई घपले की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर जिला मुख्यालय गुमला में एकदिवसीय धरना आयोजित की गई । धरना कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित माले के प्रमंडल प्रभारी सह झारखंड नवनिर्माण दल के केंद्रीय संयोजक विजय सिंह ने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण जंगल की कटाई तेजी से हो रही है और जंगल पहाड़ मिट्टी व पत्थर ढेर में तब्दील होते जा रही है। उन्होंने गुमला रेंजर का कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि वृक्षारोपण व चेकडैम इत्यादि कार्यों में भारी गड़बड़ी कर करोड़ों रुपए की घपला की गई है। 4 साल से रेंजर गुमला में जमे हुए हैं और वन विभाग की योजनाओं को उन्होंने अपना पॉकेट भरने का साधन बना लिया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। श्री सिंह ने 15 दिनों का गुमला वन क्षेत्र में वृक्षारोपण इत्यादि कार्य में गड़बड़ी के खिलाफ पोल खोल हल्ला बोल अभियान चलाते हुए वन विभाग गुमला के समक्ष 14 दिसंबर 2023 को रोष प्रदर्शन करने की भी घोषणा की है। वहीं भाकपा (माले) रेड स्टार के जिला सचिव प्रकाश उरांव ने कहा कि गुमला रेंज एरिया में वृक्षारोपण, चेकडैम इत्यादि योजनाओं में विवरणी बोर्ड नहीं लगी है। कार्य को देखने वाले फॉरेस्टर व गार्ड को भी पता नहीं है की योजना का प्राक्कलन क्या है। रेंजर वन विभाग का सरकारी योजना को अपना पॉकेट का योजना समझने लगे हैं। महिला नेत्री पुष्पा उरांव ने अपने संबोधन में कहा है कि गुमला रेंजर की कार्य प्रणाली नहीं सुधरी तो 15 दिनों के बाद झाड़ू मार कार्यक्रम करने को वन क्षेत्र की महिलाएं बाध्य होगी । धरना कार्यक्रम के उपरांत वन संरक्षक प्रादेशिक आंचल गुमला को उच्च स्तरीय जांच कराकर कार्रवाई संबंधी मांग-पत्र सौंपी गई है। धरना कार्यक्रम में जंगल बचाओ अभियान समिति के प्रभारी रोपना उरांव पार्टी के वरिष्ठ नेता आदित्य सिंह, शिवप्रसाद साहू, सोमरा खड़िया, शंकर उरांव, भैयाराम उरांव, संजय उरांव, शीतल उरांव, मालती देवी, सुनीता देवी, कुसमा मिंज के अलावे काफी संख्या में समिति के सदस्य उपस्थित थे।