लातेहार, 17 सितंबर।
स्वच्छता ही सेवा अभियान 2025 के तहत आज लातेहार समाहरणालय परिसर में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त (डीडीसी) सैय्यद रियाज अहमद के नेतृत्व में जिले के सभी वरीय पदाधिकारियों एवं कर्मियों ने श्रमदान कर परिसर की साफ–सफाई की। अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और सामूहिक प्रयास से एक स्वच्छ वातावरण का निर्माण करना है।
डीडीसी सैय्यद रियाज अहमद ने श्रमदान के बाद उपस्थित पदाधिकारियों एवं कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है और इसे केवल अभियान तक सीमित नहीं रखना चाहिए। उन्होंने कहा, “अपने घर एवं आसपास के वातावरण को साफ-सुथरा रखना हम सभी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी है। यदि हम अपने घर और मोहल्ले को स्वच्छ रखेंगे तो कई प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाया जा रहा स्वच्छ भारत मिशन केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि जनभागीदारी पर आधारित आंदोलन है। इसी कड़ी में स्वच्छता ही सेवा अभियान 2025 का आयोजन किया जा रहा है। डीडीसी ने अपील की कि आमजन भी इस अभियान से जुड़ें और श्रमदान के माध्यम से अपने आस-पड़ोस को स्वच्छ बनाने में योगदान दें।
उन्होंने ठोस कचरा प्रबंधन पर जोर देते हुए कहा कि यदि हर परिवार अपने घर में जैविक कचरा और प्लास्टिक कचरा को अलग-अलग डस्टबिन में जमा करे तो कचरे को रिसाइकिल करना आसान होगा। जैविक कचरे से कम्पोस्ट खाद बनाई जा सकती है, वहीं प्लास्टिक को रिसाइक्लिंग यूनिट तक भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह छोटी सी आदत हमारे पर्यावरण को स्वच्छ रखने और प्रदूषण कम करने में बड़ा योगदान देगी।
अभियान के दौरान आईटीडीए निदेशक श्री प्रवीण कुमार गगराई ने सभी पदाधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि हमें न केवल अपने आसपास की सफाई करनी है, बल्कि लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करना है। साथ ही उन्होंने सिंगल यूज़ प्लास्टिक के प्रयोग को पूरी तरह से त्यागने की अपील की।
इस अवसर पर जिला प्रशासन के कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। इनमें अपर समाहर्ता रामा रविदास, अनुमंडल पदाधिकारी लातेहार अजय कुमार रजक, सिविल सर्जन डॉ. राज मोहन खलखो, उप निर्वाचन पदाधिकारी मेरी मड़की, डीआरडीए निदेशक प्रभात रंजन चौधरी, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल दीपक महतो, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अल्का हेंब्रम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. चंदन, जिला शिक्षा अधीक्षक गौतम कुमार साहू एवं जिला योजना पदाधिकारी समीर कुल्लू शामिल थे।
सभी पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से समाहरणालय परिसर की सफाई की और यह संदेश दिया कि स्वच्छता केवल एक दिन का काम नहीं, बल्कि इसे जीवनशैली का हिस्सा बनाना होगा। अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि वे भी अपने घर, मोहल्ले और गांव की साफ-सफाई में योगदान दें और बच्चों को भी स्वच्छता के महत्व से अवगत कराएं।
कार्यक्रम के अंत में “हरियारका लातेहार, फरियारका लातेहार” का नारा लगाते हुए अधिकारियों ने जिलेवासियों से स्वच्छता अपनाने और इसे स्थायी बनाने की अपील की।