रिपोर्टिंग : प्रेम कुमार साहू, घाघरा
गुमला। जिले के नरसिंग कौशल कॉलेज प्रांगण में मंगलवार को एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जहाँ सड़क सुरक्षा और सामाजिक जागरूकता का अनूठा संगम देखने को मिला। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं और समाज के बीच सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने के साथ-साथ मानव तस्करी, बाल श्रम और शराब पीकर वाहन चलाने जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दों पर चेतना जगाना था।
इस अवसर पर कॉलेज के छात्र-छात्राओं, शिक्षकगणों और अभिभावकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सड़क सुरक्षा पर विशेष परिचर्चा से हुई। वक्ताओं ने हेलमेट और सीट बेल्ट पहनने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि लापरवाही से वाहन चलाना दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण है। ट्रिपल लोडिंग, तेज रफ्तार और मोबाइल फोन के इस्तेमाल से सड़क हादसों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
कार्यक्रम में जिला परिवहन पदाधिकारी ज्ञान शंकर जायसवाल ने “गुड समेरिटन योजना” की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना के समय पीड़ित को अस्पताल पहुँचाने वाले मददगार व्यक्ति को किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही राज्य सरकार द्वारा ऐसे सहयोगियों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। यह पहल आमजन को मानवता की दिशा में प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
समारोह के दूसरे चरण में सामाजिक बुराइयों पर चर्चा केंद्रित रही। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरेश प्रसाद यादव ने मानव तस्करी को समाज और युवा वर्ग के लिए गंभीर खतरा बताया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के युवाओं को इस कुप्रथा के खिलाफ सजग रहने की आवश्यकता है। इंस्पेक्टर राहुल दासौंधी और एस.आई. ममता कुमारी ने बाल श्रम और शराब पीकर वाहन चलाने की बुराइयों पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अपने परिवार और आसपास के लोगों को इन विषयों के प्रति जागरूक करें।
वहीं अनुमंडल पदाधिकारी राजीव नीरज ने जिले के विभिन्न चौराहों पर चलाए जा रहे सड़क सुरक्षा जांच अभियान की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यातायात नियमों का पालन न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए बल्कि पूरे समाज की भलाई के लिए जरूरी है।
इस अवसर पर मौजूद छात्रों ने संकल्प लिया कि वे स्वयं यातायात नियमों का पालन करेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। कार्यक्रम का समापन सामूहिक शपथ ग्रहण के साथ हुआ।